Vineet Kumar : अलग-अलग स्रोतों से अपने मीडिया साथियों को भारतीय पत्रकारिता का सबसे लोकप्रिय सम्मान रामनाथ गोयनका अवार्ड मिलने की खबर आ रही है. एकाध चैनल तो अपने मीडियाकर्मियों की उन स्टोरी को प्रसारित कर रहे हैं जिन्हें सम्मान मिला है. सालभर में एक यही दिन होता है जिसमे कबाड़ के बीच से भी कुछ ऐसी स्टोरी अलग दिख जाती है और उसे कवर करनेवाले मीडियाकर्मी जिनके लिए पत्रकार शब्द का प्रयोग करने का मन करता है.
यही एक दिन होता है जब हम अपने उस अतीत में जाते हैं, जोश के साथ एक हूक सी उठती है, हम भी कबाड़ के बीच कुछ अलग तो करते न. लेकिन अपने मीडिया स्कूल जहां से मीडिया का ककहरा सीखा, डेस्क की याद आती है तो मन उदास हो जाता है..आपके तारे में कौन सी पत्रकारिता करते और दूसरे चैनल पर सम्मानित स्टोरी के बीच ठीक उसी वक्त ये पैकेज (देखें तस्वीर) देखता हूं तो मन और उदास हो जाता है.
यही तो एक दिन होता है, जब सबकुछ छोड़-छाड़कर वापस जर्नलिज्म की तरह लौटने का मन करता है. बहरहाल, अपने उन तमाम मीडिया दोस्तों को बहुत बधाई, सिर्फ सम्मान पाने के लिए नहीं, हमारे भीतर उम्मीद का एक टुकड़ा बचाए रखने के लिए कि तुम हमे देखते रहो, टीवी गोबर का पहाड़ नहीं है, हम बनने नहीं देंगे, पत्रिका पढ़ते रहो, हम कुकरी शो विशेषांक नहीं निकालेंगे.
मीडिया विश्लेषक विनीत कुमार के फेसबुक वॉल से.