भारतीय सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन पर सिनेमा के गहरे प्रभाव के दृष्टिगत लखनऊ स्थित इंस्टीट्यूट फोर रिसर्च एंड डोक्युमेंटेशन इन सोशल साइंसेज (आईआरडीएस) द्वारा सामाजिक सरोकार की फिल्मों को द्वितीय आईआरडीएस हिंदी फिल्म अवार्ड्स दिये जा रहे हैं. सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म पुरस्कार समाज में धर्म और धार्मिकता के सन्दर्भ को उठाती ओएमजी : ओ माई गाड को दिया गया.
सर्वश्रेष्ठ पुरुष पात्र इरफ़ान खान अभिनीत फौजी एथेलीट से डाकू बना पान सिंह तोमर और सर्वश्रेष्ठ स्त्री पात्र श्रीदेवी अभिनीत इंग्लिश विंगलिश की भाषाई रूप से परेशान शशि गोडबोले को दिया गया. सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार सामाजिक, व्यावसायिक और राजनैतिक मिलीभगत प्रस्तुत करने वाले शंघाई के दिवाकर बैनर्जी को दिया गया. सर्वश्रेष्ठ कहानी जूही चतुर्वेदी लिखित वीर्य दान से सम्बंधित विकी डोनर है और सर्वश्रेष्ठ गीत महंगाई की मार दर्शाता ए एम तुराज़ रचित चक्रव्यूह का “महंगाई” है. ये पुरस्कार सोशल एक्टिविस्ट आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की अध्यक्षता वाली जूरी द्वारा चयनित किये गए.