हल्द्वानी : वरिष्ठ पत्रकार ओम प्रकाश आर्य नहीं रहे. उनका आज निधन हो गया. हल्द्वानी से 'खबर संसार' नामक अख़बार वे निकालते थे. वे दैनिक हिंदुस्तान के साथ लंबे समय तक जुड़े रहे. उन्होंने ढेर सारे पत्रकारों को ट्रेनिंग दी जो अब बड़े बड़े पदों पर हैं. आर्य पिछले काफी समय से अस्वस्थ थे. परिवार की आर्थिक स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं थी. उनके पुत्र प्रदीप ने उनके द्वारा स्थापित अख़बार को किसी तरह जिंदा रखा. चलने, फिरने, लिखने और बोलने तक से लाचार हो गए थे वे.
इतने भावुक हो जाते थे कि वे अपना अख़बार देख कर रोने लगते थे. नब्बे वर्ष के आसपास आयु होते हुए भी सामाजिक सराकारों से नाता उन्होंने तोड़ा नहीं था. स्वयं लिख नहीं पाते थे तो काफी समय तक अपने बेटे, मित्रों और शिष्यों से लिखवाते रहे. अपनी सोच से वे हमेशा जनवादी रहे. आर्य जी ने सिद्धांतों से समझौता कभी नहीं किया.
अख़बार के दम पर किसी से कोई उपहार तो उन्हें कभी स्वीकार था ही नहीं. कलम के धनी थे. धाराप्रवाह लिखते थे. भाषा उनकी सुसंस्कृत थी और किसी तरह का कोई भय उनके करीब से हो नहीं गुज़रा था. उनके लिए सम्मान इसी से पैदा हुआ. खासकर पहाड़ के लिए तो वे जैसे पत्रकारिता के भीष्म पितामह हो गए थे. उनके निधन की सूचना पाकर तमाम पत्रकार हल्द्वानी स्थित उनके निवास पर पंहुचे. उनका अंतिम संस्कार कल होगा.
इनपुट- जर्नलिस्टकम्युनिटी डाट काम