Masaud Akhtar : कोबरापोस्ट ने 'साहेब' के बाद फिर एक बार खोजी पत्रकारिता के जरिये 11 सांसदों को अपने खुफिया कैमरे में कैद कर लिया है। ये सांसद लगभग सभी प्रमुख दलों से जुड़े हैं। इसमें बीजेपी, कांग्रेस, बीएसपी, जेडीयू और एआईएडीएमके के सांसद शामिल हैं। इन्होंने एक फर्जी ऑस्ट्रेलियाई ऑयल कंपनी के हित में सिफारिशी चिट्ठी लिखने के बदले 50 हजार रुपये से लेकर 50 लाख रुपये तक मांगे।
खुफिया कैमरे में कैद 11 सांसदों में से 6 ने तो बाकायदा पैसे लेकर सिफारिशी चिट्ठियां भी लिख दीं। कोबरापोस्ट ने इस अभियान का नाम 'ऑपरेशन फॉल्कन क्लॉ' रखा है। सांसद के नाम पार्टी सहित हैं के. सुगुमार और सी. राजेंद्रन (दोनों एआईडीएमके) लाल भाई पटेल, रविंद्र कुमार पांडेय और हरी मांझी (तीनों बीजेपी) विश्व मोहन कुमार, महेश्वर हजारी, भूदेव चौधरी (तीनों जेडीयू) खिलाड़ी लाल बैरवा और विक्रमभाई अर्जनभाई (दोनों कांग्रेस) और कैसर जहां बीएसपी.
पूरी खबर कोबरा पोस्ट की वेबसाइट पर है…
http://www.cobrapost.com/index.php/news-detail?nid=4092&cid=23
सोशल एक्टिविस्ट मसूद अख्तर के फेसबुक वॉल से.