खबर आ रही है कि दिल्ली में मेल टुडे अखबार के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया है. ऐसा गैंगरेप पीड़िता की पहचान उजागर करने के कारण किया गया है. बताया जा रहा है कि अखबार ने गैंगरेप पीड़िता के साथ हुए घटनाक्रम और विरोध में हुए प्रदर्शनों को लेकर जो कवरेज किया, उसमें गैंगरेप पीड़िता की पहचान को उजागर कर दिया. उसके असली नाम व पहचान का खुलासा कर दिया.
मीडिया एथिक्स में यह शामिल है कि रेप या अन्य किसी यौन हिंसा की शिकार महिला का मीडिया कभी पहचान उजागर न करे क्योंकि इसके कारण उसका सामाजिक व पारिवारिक जीवन प्रभावित होता है. आमतौर पर सभी मीडिया हाउस इस नियम का पालन करते हैं. कुछ एक बार अनजाने में कुछ मीडिया हाउस पहचान उजागर कर देते हैं जिसके कारण उन्हें प्रेस काउंसिल समेत कई संस्थाओं की आलोचना का शिकार होना पड़ता है. मेल टुडे द्वारा गैंगरेप पीड़िता की पहचान उजागर किए जाने से पूरे मामले में फूंक फूंक कर कदम रख रही दिल्ली पुलिस को मौका मिल गया एफआईआर दर्ज करने का. कहा जा रहा है कि केंद्र सरकार के कुछ मंत्रियों की तरफ से इशारा मिलने के बाद पुलिस ने यह रिपोर्ट दर्ज की है.