अमर उजाला, लखनऊ में पत्रकारों का टोटा पड़ा हुआ है. पत्रकारों का अभाव अखबार के सेहत पर प्रभाव डाल रहा है. आंतरिक विवादों, तनाव के माहौल के चलते पिछले कुछ समय में कई पत्रकार दूसरे संस्थानों में चले गए या फिर अपना तबादला करवा लिया, जबकि खाली हुए स्थानों को भरने में उतनी तत्परता नहीं दिखाई गई. स्थानीय संपादक के व्यवहार को जानते सुनते हुए दूसरे संस्थानों के पत्रकारों ने भी अमर उजाला से जुड़ने में दिलचस्पी नहीं दिखाई.
अब इसका असर अखबार पर पड़ रहा है. सर्कुलेशन भी घट रहा है. इसलिए अब प्रबंधन ने इस यूनिट के लिए नई भर्तियां करने की बजाय लखनऊ जाने में दिलचस्पी रखने वाले अमर उजालाइटों से ही आवेदन मांगा है. सब एडिटर एवं सीनियर सब एडिटरों से कहा गया है कि अगर वे लखनऊ यूनिट जाना चाहते हैं तो अपना आवेदन एचआर के पास corporatehr@del.amarujala.com पर पांच अप्रैल से पहले भेज दें.
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ समय में अमर उजाला, लखनऊ से रोहित तिवारी, देवेश त्रिपाठी, सुषमा पाठक, प्रद्युम्न तिवारी, डा. सुबोध समेत कई अन्य पत्रकार दूसरे संस्थानों में चले गए या उनका तबादला कर दिया गया. कई अन्य ने संपादक के व्यवहार से खफा होकर अखबार छोड़ दिया. अब आंतरिक तौर पर आवेदन मांग कर प्रबंधन ने लखनऊ यूनिट में पत्रकारों की कमी को पूरा करने का प्रयास कर रहा है.