उत्तर प्रदेश के एक डिप्टी एसपी ने यूपी के डीजीपी पर आरोप लगाया है कि वे ट्रांसफर के लिए पैसे लेते हैं. बीके शर्मा नामक डिप्टी एसपी ने मीडियावालों से बातचीत में कहा कि वह खुद पैसे नहीं दे पाया इसलिए उसे प्रताड़ित किया जा रहा है और कुछ ही दिनों में पांच बार यहां से वहां तबादला कर दिया गया. डिप्टी एसपी बीके शर्मा ने साफ तौर पर कहा कि यूपी के पुलिस महानिदेशक एसी शर्मा अपने अधीनस्थ पुलिस अफसरों के ट्रांसफर पोस्टिंग के खेल के जरिए करोड़ों अरबों रुपये बना रहे हैं.
उत्तर प्रदेश के एटा जिले में क्षेत्राधिकारी (सीओ सदर) के पद पर तैनात वी.के. शर्मा द्वारा सूबे के पुलिस महानिदेशक अम्बरीश चंद्र शर्मा पर पैसे लेकर काम करने का गंभीर आरोप लगाने के बाद पुलिस महकमें में सनसनी है. वीके शर्मा ने कहा कि यहां सिर्फ आला अधिकारियों का राज चलता है, छोटे अधिकारियों की सुनवाई नहीं होती. एटा जिले में क्षेत्राधिकारी के पद पर तैनात वी.के. शर्मा बुलंदशहर के रहने वाले हैं।
मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान शर्मा ने कहा कि सूबे में प्रदेश के पुलिस विभाग का मुखिया ही भ्रष्ट है. वह बिना पैसे लिए कोई काम नहीं करते हैं. जिले के बड़े अधिकारी हमेशा अपनी बात मनवाने का प्रयास करते हैं. अपनी आपबीती सुनाते हुए शर्मा ने कहा, ‘‘मुझे तरह तरह से प्रताडि़त किया जा रहा है. मेरा वेतन तीन महीने से रोक दिया गया है.’’
शर्मा ने कहा कि अपनी समस्याओं को लेकर वह कई आला अधिकारियों को पत्र लिख चुके हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई तब जाकर उन्हें मीडिया के सामने आना पड़ा. शर्मा ने एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) पर सपा के स्थानीय नेताओं के दबाव में काम करने का आरोप लगाया. उन्होंने साफतौर पर कहा कि जिले के एसएसपी गैरकानूनी तरीके से सपा नेताओं को बचाने के लिए लगातार दबाव बना रहे थे. शर्मा ने कहा कि एसएसपी का काम करने से मना करने पर ही उन्हें तरह-तरह से प्रताडि़त करने का काम शुरू किया गया.