अपनी खोजी पत्रकारिता के माध्यम से कभी भारतीय राजनीति में भूचाल मचा देने वाले तरुण तेजपाल यौन शोषण के मामले में खुद ही खबर बन गये हैं. गोवा सरकार ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच के आदेश दे दिये है. खबर है कि गोवा पुलिस इस मामले में स्वतः संज्ञान लेकर कार्यवाही शुरू करने की तैयारी कर रही है. गोवा पुलिस ने होटल से तहलका के थिंक फेस्ट कार्यक्रम के सीसीटीवी फुटेज मांगे हैं. पुलिस का कहना है कि उसे अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है.
उधर राजनीतिक गलियारों में भी तरुण तेजपाल पर हमले शुरू हो गये है. बीजेपी की प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने कहा कि यह मामला कार्यस्थल पर महिला के उत्पीड़न का है. आरोपी को 'पेड हालीडे' पर भेजकर बचाने की कोशिश की जा रही है. स्मृति ईरानी ने कहा है कि मुझे इस बात से आश्चर्य हो रहा है कि मनीष तिवारी ने अभी तक घटना की निंदा नहीं की.
पूर्व आईपीएस किरण बेदी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि संपादक ने लिखा है कि यह गलत फैसले का नतीजा है. ये गलत फैसला था या बच निकलने का भरोसा? बेदी ने कहा है कि पत्रिका की मैनेजिंग एडिटर को तेजपाल के खिलाफ मामला दर्ज कराना चाहिए. अगर वो ऐसा नहीं करतीं तो पुलिस को स्वतः संज्ञान लेकर मामला दर्ज करना चाहिए.
राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी मामले में संज्ञान लिया है. आयोग की सदस्या निर्मला सावंत ने कहा है कि हमें आयोग की तरफ से पत्र की जरुरत है. अगर वह शिकायत कराती है तो उसकी पूरी मदद की जायेगी. उसकी पहचान को गुप्त रखा जायेगा.