दामिनी और गुड़िया मामले के बाद महिलाओं की सुरक्षा के लिए कसम खाने वाली दिल्ली पुलिस ने हदें पार कर दी हैं। बीच सड़क पर एक महिला को मां-बहन की गालियां दी और बुरी तरह से बेइज्जत किया। वह महिला कोई और नहीं, अमिस्ता थियेटर की अभिनेत्री शिल्पी मारवाह हैं।
मामला बस इतना था कि वह आटो में बैठ कर जा रही थीं कि आटो को एक कार वाले ने टक्कर मार दी। इसके बाद कार मालिक, आटो वाले के साथ हाथापाई पर उतर आया। बीच बचाव के लिए शिल्पी आगे आर्इं। तू-तू, मैं-मैं हुई। ट्रैफिक पुलिस खड़े तमाशा देखती रही।
स्ट्रीट प्ले करतीं शिल्पी मारवाह (फाइल फोटो)
कार मालिक ऊंची पहुंच वाला बताया जा रहा है। इसी के चलते उसने पुलिस को फोन किया। आदर्श नगर पुलिस स्टेशन के एसआई संदीप कुमार मौके पर पहुंचे। बिना कुछ सोचे समझे उन्होंने शिल्पी मारवाह को भद्दी गालियां दी और थाने में दो घंटे तक बैठाए रखा। इस दौरान वह लगातार उन्हें मानसिक प्रताड़ना देते रहे। साथ ही धमकी भी दी कि दी कि ‘इतना पिटवाऊंगा कि कुछ बोलने लायक नहीं रहेगी’। अमिस्ता थियेटर के डायरेक्टर अरविंद गौड़ जब पुलिस स्टेशन पहुंचे तो सारी सीमाएं तोड़ते हुए इंस्पेक्टर संदीप कुमार उनसे भी बेआंदाज हो गए। फिलहाल काफी तू-तू, मैं-मैं के बाद मामला उच्च अधिकारियों के पास पहुंचा। अब मामले में विजलेंस जांच चल रही है।
सवाल यह है कि एक बुजुर्ग आटो वाले को पिटने से बचाना कहां की नाइंसाफी है। शिल्पी मारवाह दिल्ली की जानी मानी थियेटर कलाकर हैं। महिला अत्याचारों पर वह समय-समय पर नुक्कड़ नाटक करती रहती हैं। हाल ही में आई फिल्म रांझणा में उन्होंने अभिनय भी किया है। शिल्पी के साथ हुई बदसलूकी ने ‘आप के लिए, आप के साथ’ रहने का नारा लगाने वाली दिल्ली पुलिस का चेहरा बेनकाब कर दिया है।