सबसे पहले विष्णु त्रिपाठी और श्रवण गर्ग की टीम को साहस भरी बधाई, निशिकांत ठाकुर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर भरपूर प्रहार करने के लिए। यह कारनामा जो इन लोगों ने कर दिखाया है, वह आज तक संजय भईया भी नहीं कर पाए। दरअसल संजय भईया अकेले थे, वे इनका बिकल्प काफी समय से खोज रहे थे, जो उनको अब मिल गए हैं।
ताज्जुब की बात है कि एक अनुभवहीन अनपढ़ आदमी जागरण में रहकर कुछ सालों में ही करोड़ों का आदमी सिर्फ इसलिए बन जाता है कि वह निशिकांत का भाई-भतीजा है या फिर उनके गांव का है। जी हां हम बात कर रहे हैं, फरीदाबाद में तैनात संतोष ठाकुर की। देखने में इतना सीधा लगता है कि मानों कुछ जानता ही न हो। लोगों से इतना मीठा बोलता कि लोग इसके चुंगल में फंस जाते हैं।
संतोष कम पढ़ा लिखा है लेकिन निशिकांत ठाकुर के गांव बिहार का है, इसलिए वे मेहरबान हैं। संतोष फरीदाबाद में पिछले आठ-दस सालों से है। जागरण के विज्ञापन के बिलों में जमकर हेराफेरी कर रहा है। ये सब ब्यूरो चीफ बिजेंद्र बंसल के साथ मिलकर कर रहा है। मौजूदा समय में दोनों के पास दजनों की संख्या में प्लाट और मकान हैं जिनकी कीमत इस वक्त करोड़ों में हैं। संतोष के काम में जो भी दखल देता है, उसकी झूठी शिकायत निशिकांत से करके बाहर करवा देता है।
पूर्व ब्यूरो चीफ जगन्नाथ गौतम व राकेश शर्मा उनके हालिया शिकार बने हैं। संस्थान द्वारा पिछले साल एक तेज तर्रार रिपोर्टर रमेश ठाकुर को फरीदाबाद में तैनात किया गया था, उन्होंने संतोष के कारनामों को उजागर करना चाहा, लेकिन उससे पहले ही संतोष ने निशिकांत को बरगलाकर रमेश को वहां से हटवा दिया। जबकि निशिकांत जी रमेश को बहुत पसंद करते थे। खैर जब से जागरण में भगदड़ मची है तभी से संतोष का रक्तचाप बढ़ा हुआ है। सूत्रों से पता चला है कि अंदरखाने संस्थान की ओर से उनकी चल-अचल संपत्ति की जांच शुरू कर दी है। इसके अलावा बिजेंद्र बंसल, राजीव अग्रवाल, वीके शुक्ला, कैलाश मिश्र की भी जांच शुरू कर दी गई है।
संतोष के कुछ प्लाटों का ज्रिक
-ओजोन सेक्टर, बड़खल के पास तीन बेडरूम का मकान, बाजार भाव लगभग 49 लाख.
-ग्रीन फील्ड कोलोनी में प्लाट, बाजार भाव 56 लाख.
-बीपीटीपी में मकान, बाजार भाव 50 लाख.
-नहर पार में तीन प्लॉट, बाजार भाव करोड़ों में.
-इन सभी मकानों की किस्तें दीपक चोमाल और संजय सैलानी द्वारा भरी जाती हैं.
योगेश कुमार सोनी की रिपोर्ट. संपर्क: 9999907181