नईदुनिया, इंदौर में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. श्रवण गर्ग के रवैये से कई लोग परेशान हैं. भड़ास4मीडिया को भेजे गए एक पत्र में बताया गया है कि अंदर कुछ भी ठीक नहीं है. हर जगह मारकाट का आलम है. काम के लोगों को निपटाने का खेल चल रहा है. इंदौर से फ्रंट पेज बनकर पूरे ग्रुप में जाता है. यहां सबसे अधिक अंधेर है. श्रवण को अंधेरे में रख गंगेश मिश्र निपटाओ खेल खेल रहा है. यहां के काबिल न्यूज एडिटर जयेंद्र गोस्वामी को जमकर प्रताड़ित किया गया. सुना है भास्कर ने हाथोंहाथ उन्हें ले लिया. यहां से जल्द ही दो-तीन और तैयारी में हैं.
अब हालत फीचर की. यहां कार्यरत एक मोहतरमा ने श्रवण के साढ़े 8 घंटे सभी को काम करने के फरमान पर नाराजगी जताते हुए इस्तीफा दे दिया था. पता नहीं फिर क्या हुआ कि उसे पार्ट टाईम रख लिया गया और वह भी फीचर में. चार घंटे काम करने वाली को यहां महिला मैग्जीन 'नायिका' का इंचार्ज बना दिया गया. पूरे ऑफिस में जमकर चर्चा हो रही. फीचर हेड निर्मला भुराड़िया को कोई काम नहीं सौंप रखा है. यहां भी श्रवण के करीबी सुधीर गोरे का इंटरफेयर चल रहा है.
ऐसा ही आलम आईनेक्स्ट में है. यहां भी गोरे छाए हुए हैं. गोरे श्रवण के केबिन में जाकर बस लोगों के बारे में अर्नगल बातें करते हैं और श्रवण के रोज तुगलकी फैसले आते रहते हैं. रिव्यू के नाम पर इन दिनों रीजनल वालों की नाम में दम किया हुआ है. यहां के हेड केपीएस जादौन दबंग डॉट कॉम के एडिटर बन चुके हैं. वर्तमान हेड और टीम भी रोज रोज के तानों से पगला चुकी है. नेशनल एडीशन में डॉट कॉम के लोगों से काम लिया जा रहा है. डॉट कॉम के लिए लाए गए सुधीर गोरे डॉट कॉम शुरू करवाने की बजाय हर जगह बदजुबानी करते नजर आ जाते हैं. नेशनल से प्रताड़ित विभूति शर्मा पीपुल्स के संपादक हो चुके हैं. यहां भी रोज लोग डरी हालत में आते हैं.
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.