गलत कारनामों को लेकर पूरे देश में मीडिया पर उठ रही उंगलियों में एक नाम बिहार के एक पत्रकार का भी उभरा है। राष्ट्रीय सहारा के बिहार एडीशन के पटना सिटी कार्यालय के ब्यूरो चीफ रजनीश को पटना की पुलिस ने छदम वेश में नकली डिस्ट्रिक ट्रांसपोर्ट अफसर बन कर रात के अंधेरे में पीली बत्ती में घूम हाइवे पर वसूली करने के आरोप में धर दबोचा है। पटना के अखबारों में इस पर बड़ी-बड़ी रिपोर्ट छपी है।
खबरों के मुताबिक 26 नवंबर को पटना जिले के बख्तियारपुर में चंपापुर नेशनल हाइवे के पास रजनीश सहित चार लोगों को पुलिस ने पकड़ा है। पीली बत्ती लगी बोलेरो बीआर10पीबी 8271 पर ये लोग सवार थे। पटना के एसएसपी मनु महाराज के निदेश पर एसपी ग्रामीण बीएन झा के निदेशन में बख्तियारपुर के थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार ने चेकिंग के दौरान इन लोगों को पकड़ा।
राष्ट्रीय सहारा के पत्रकार रजनीश के अलावा अन्य लोगों में राहुल, चंदन और कन्हैया के नाम हैं। ग्रामीण एसपी बीएन झा के अनुसार जिला परिवहन पदाधिकारी और मोटर यान निरीक्षक बन कर चारो गुर्गे नेशनल हाइवे पर वसूली कर रहे थे। अन्य संभावनाओं पर भी तहकीकात की जा रही है। इनके अतीत को भी खंगाला जा रहा है। खबरों के मुताबिक पत्रकार रजनीश पटना के बेउर आदर्श कारा में बंद दुर्नाम अपराधी नागा सिेह का निकट का रिश्तेदार है। राष्ट्रीय सहारा के पटना प्रबंधन ने इसके खिलाफ क्या कारवाई की है यह अभी तक पता नहीं चला है।