आमतौर पर फरियादियों का दुःख-दर्द पूछने वाले पत्रकार झाँसी में खुद फरियादी बनकर जिलाधिकारी की चौखट पर पहुंचे. पत्रकार छह मार्च को मतगणना के दिन हुए हमले और मारपीट के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. पत्रकारों पर हुए हमले के मामले में पुलिस अब तक एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं कर सकी है. पुलिस की कार्यशैली से नाराज झाँसी के प्रिंट और इलैक्ट्रानिक मीडिया के पत्रकारों ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया.
इस मौके पर प्रदर्शन करते हुए पत्रकारों ने लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर हुए हमले की निंदा की और मामले में उचित कार्रवाई की मांग की. छह मार्च को बी.के.डी. कालेज परिसर में हुई इस घटना के बाद दो मुक़दमे दर्ज किये गये थे लेकिन पुलिस ने इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. ज्ञापन देने वाले पत्रकारों में लक्ष्मी नारायण शर्मा, राम कुमार साहू, अब्दुल सत्तार, दीपक चंदेल, शकील अली हाशमी, रघुबीर शर्मा, विनोद गौतम, विकास शर्मा समेत प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया के तीस से ज्यादा पत्रकार मौजूद रहे. घटना के दिन पहला मुकदमा पत्रकारों ने सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ करवाया था. जबकि दूसरा मुकदमा पुलिस ने सपा प्रत्याशी चंद्रपाल यादव और उनके समर्थकों के खिलाफ दर्ज किया था.