मुम्बई : भारतीय कैथोलिक पत्रकार संघ (एआईसीजे) ने रविवार 8 दिसंबर को अपनी स्वर्ण जयन्ती मनाई. इस अवसर पर महाराष्ट्र राज्य अल्पसंख्यक आयोग की उपाध्यक्ष जानेट लारेंस डिसूजा ने वरिष्ठ कैथोलिक पत्रकार जासी जोसेफ को गोल्डेन जुबली पुरस्कार से सम्मानित किया. डिसूजा ने कहा कि जोसेफ ने एक निर्भीक कैथोलिक पत्रकार के रूप में खोजी पत्रकारिता द्वारा नीति परिवर्तन, व्यवस्था सुधार और सरकारी प्रशासन को बेहतर बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई है.
गौरतलब है कि जोसेफ की खोजी रिपोर्टों ने कई सरकारी अधिकारियों को जेल पहुंचाया था और कई को इस्तीफा देने पर मजबूर कर दिया था. इनकी रिपोर्टों की वजह से सैन्य छानबीन का रास्ता भी खुला था.
पुरस्कार ग्रहण करने के बाद धन्यवाद देते हुए जासी जोसेफ ने कहा कि गोल्डेन जुबिली समारोह सम्मान को वे तहकीकाती कहानियों का नहीं ‘अच्छी रिपोर्ट’ का सम्मान कहना पसंद करेंगे. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की घटनाओं के बढ़ने से खोजी पत्रकारिता आसान बनती जा रही है. उन्होंने कहा कि मैं आशा व्यक्त करता हूं कि सौ साल बाद लोगों को भ्रष्टाचार की कहानियों के लिए नहीं बल्कि सकारात्मक कहानियों के लिए पुरस्कृत किया जायेगा.
जोसेफ सिर्फ एक कैथोलिक पत्रकार की वजह से ही नहीं जाने जाते हैं. पिछले साल उन्हें भारत का पुलित्जर माने जाने वाले रामनाथ गोयनका एक्सलेंस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. प्रेम भाटिया ट्रस्ट ने सन् 2011 में जोसेफ को बेस्ट पोलिटिकल रिपोर्टर के लिए चुना था और मुम्बई अंडरवर्ल्ड की रिपोर्टिंग के लिए ज्योति डे के साथ संयुक्त रूप से पुरस्कृत किया गया था. ज्योति डे को 11 जून को गोली मार दी गई थी. (वेटिकन रेडियो)