महराजगंज। जहां अखिलेश सरकार में गुंडों के हौसले बढ़ रहे हैं वहीं नौकरशाहों का मिजाज भी बदला हुआ है। कोई घटना घट जाय पर महाराजगंज के अधिकारियों के कानों पर जूं तक नही रेंगता। ऐसे ही हालात हैं महाराजगंज के पुलिस अधीक्षक लक्ष्मीनारायण श्रीवास्तव की, नाम के अनुसार जब कुछ मिलता है तभी लक्ष्मीनरायण सुनते हैं। दूर दराज नौतनवां तहसील के कुनसेरवां गॉव के एक फरियादी अमित जायसवाल एवं सिसवां ब्लाक के फेकू गुप्ता की जमीनों पर एक बाहुबली व्यक्ति ने कब्जा कर लिया था।
दोनों लोग अपनी फरियाद लेकर थाने पहुंचे तो थानेदार महोदय दोनों को थाने से भगा दिया। इसके बाद ये दोनों लोग अपनी फरियाद लेकर जिला मुख्यालय पहुंचे तथा कप्तान साहब से मिलने पहुंच गए। पता चला कप्तान महोदय अपने बंगले पर आराम कर रहे हैं, आज नहीं आयेंगे। वहीं दूसरे अपर पुलिस अधीक्षक छुट्टी पर हैं। जब दोनों व्यक्ति बंगले पर मिलने गये तो आरक्षी ने बताया कि साहब 6 बजे से मिलते हैं। जरा गौर कीजिए इस ठंडक में इतने दूर से आये व्यक्ति जायेंगे कैसे? क्या इसका ज्ञान पुलिस अधीक्षक महोदय को नहीं है? वैसे बताया जाता है कि कप्तान महोदय से मिलना किसी आम आदमी के लिए इतना आसान नहीं है। वे अक्सर 12 बजे दिन में कार्यालय आते हैं और 2 बजे चले जाते हैं। पुनः आवास पर 6 बजे बैठते हैं और 7 बजे उठ जाते हैं। बाकी समय आराम फरमाते हैं। जब कोई थानेदार मिलने को जाता है तब तुरन्त ही उसको कमरे में बुला लिया जाता है और काफी समय भी दिया जाता है क्योंकि भैया लक्ष्मी की बात है!
महराजगंज से ज्ञानेंद्र त्रिपाठी की रिपोर्ट.