Dilnawaz Pasha : फेसबुक पर एक लेख ख़ूब शेयर किया जा रहा है. इस लेख में अरविंद केजरीवाल को अमरीका का एजेंट बताया गया है और सबूत दिया है फोर्ड फाउंडेशन की फंडिंग का. केजरीवाल की फोर्ड फंडिंग के बारे में सबसे पहले Afroz ने BeyondHeadlines पर ख़बर की थी.
अफ़रोज़ की रिपोर्ट के मुताबिक फोर्ड फाउंडेशन ने मनीष सिसौदिया की संस्था कबीर को क़रीब 87 लाख रुपये का चंदा दिया था. यह चंदा साल 2010 से पहले दिया गया था. सवाल यह उठता है कि क्या सिर्फ फोर्ड फाउंडेशन की इस फंडिंग को आधार बनाकर अब केजरीवाल पर निशाना साधा जाना चाहिए? जो लेख शेयर किया जा रहा है उसकी भाषा मेल टुडे में शांति भूषण के नाम से प्रकाशित फ़र्ज़ी लेख से मिलती जुलती है.
बीबीसी में कार्यरत युवा पत्रकार दिनवाज पाशा के फेसबुक वॉल से.