बस्ती । सोशल मीडिया कभी भी पत्रकारिता के मुख्य धारा का विकल्प नहीं बन सकता। गैर जिम्मेदार विचार और पत्रकारिता समाज को दिग्भ्रमित करने का कार्य करते हैं। यह विचार राज्य मंत्री रामकरन आर्य ने व्यक्त किया। वे प्रेस क्लब में दैनिक भारतीय बस्ती के 33 वें वर्ष में प्रवेश पर ‘पत्रकारिता में सोशल मीडिया’ विषयक संगोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे। पत्रकारिता में आये तकनीकी रफ्तार पर रामकरन आर्य ने कहा कि व्यवस्थित संपादन से ही पत्रकारिता और सोशल मीडिया अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। चालू राजनीति पर भी बेबाक टिप्पणी करते हुये उन्होंने कहा कि हालात ऐसे ही रहे तो आने वाले दिनों में केवल बाहुबली, डाकू और माफिया ही चुनाव लड़ने का साहस जुटा सकेंगे। ऐसे वातारवरण में पत्रकारों की जिम्मेदारी और बढ गयी है।
इस अवसर पर पत्रकार स्व0 हरिश्चन्द्र अग्रवाल स्मृति सम्मान से वरिष्ठ पत्रकार अमरनाथ मानव और हनुमत मिश्र को अंग वस्त्रम भेंटकर राज्य मंत्री श्रीपति सिंह ने सम्मानित किया। उन्होंने संतुलन, संयम और विधिक जानकारी के साथ ही समन्वय और मानवीय सम्बन्धों पर प्रकाश डाला। विषय प्रवर्तन करते हुये वरिष्ठ पत्रकार दैनिक भारतीय बस्ती के संस्थापक दिनेश चन्द्र पाण्डेय ने कहा कि माध्यम जगत पर स्व नियंत्रण अनिवार्य तत्व है। प्रिन्ट और विद्युत चालित माध्यमों को एक दूसरे का पूरक बताते हुये कहा कि लोगों की दृष्टि ही सृष्टि का निर्माण करेगी।
संगोष्ठी को आगे बढाते हुये डा. सत्यव्रत ने पत्रकारिता और तकनीक को सामाजिक सरोकारों से जोड़ा। अरूण कुमार श्रीवास्तव ने विधिक पक्ष को रेखांकित करते कहा कि माध्यम जगत में राष्ट्रीय भावना सर्वोपरि होनी चाहिये। कन्हैया सिंह ने इतिहास बोध पर प्रकाश डाला। पत्रकार धीरज पाण्डेय ने कहा कि बेहतर समाज के निर्माण का दायित्व सब पर है। माध्यमजगत का अपना महत्व है और उसके केन्द्र में मनुष्य है। सबको मिलकर बेहतर करना होगा। मनोज सिंह ने कर्तव्यबोध पर जोर दिया। सपा नेता चन्द्रभूषण मिश्र ने कहा कि पत्रकारिता पर सर्वाधिक दायित्व है। इंस्टीट्यूट आफ कम्प्यूटर के निदेशक राम बाबू श्रीवास्तव ने कहा कि माध्यमों पर हमें अच्छे विचार संग्रह करने चाहिये। शिक्षा युवा सेवा समिति के निदेशक गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने इंटरनेट ने दुनियां को बहुत छोटी कर दिया है, हमें विवेक से माध्यम का बेहतर इस्तेमाल करना होगा। पत्रकार अनिल कुमार श्रीवास्तव ने मानवीय पक्ष पर प्रकाश डाला। जयन्त कुमार मिश्रा ने तकनीकी बदलावों पर चर्चा की।
चौधरी चरण सिंह महाविद्यालय पदमापुर के प्राचार्य डॉ. हरिओम श्रीवास्तव ने कहा कि सोशल मीडिया समाज में सर्च लाइट का काम करता है। चन्द्रबली मिश्र, श्रीमती रूपम श्रीवास्तव, भानु प्रताप सिंह, भद्रेसन सिंह बंधु, डॉ. रामकृष्ण लाल जगमग, गोपेश्वर त्रिपाठी ने पत्रकारिता में सोशल मीडिया के विविध पक्षांे को विस्तार से रखा। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष दयाराम चौधरी ने दायित्व बोध पर जोर दिया जबकि राजश्री देवी ने मानवीय सरोकारों की चर्चा की। प्रेस क्लब अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र गुप्त ने पत्रकारों के बदलावों में संतुलन पर जोर दिया। सम्पादक दिनेश सिंह ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। संचालन प्रदीप चन्द्र पाण्डेय ने किया।
संगोष्ठी में कांग्रेस विधायक संजय प्रताप जायसवाल, शिक्षा विद राघवेन्द्र कृष्ण प्रताप, महेश चन्द्र सिंह, सन्तोष सिंह, जिला सूचना अधिकारी देव प्रभाकर त्रिपाठी, पूर्व विधायक अम्बिका सिंह, राजमणि पाण्डेय, राजेन्द्रनाथ तिवारी, मो. इब्राहीम, कपिलदेव, वीरेन्द्र यादव, बबुन्दर यादव, अशोक श्रीवास्तव, नवीन कुमार श्रीवास्तव, अनूप मिश्रा, नगेन्द्र पटेल, अजय कुमार सिंह, प्रिन्स शुक्ला, वृहस्पति कुमार पाण्डेय, अभिषेक मिश्र, विवेक कुमार उपाध्याय, सरदार कुलवेन्द्र सिंह मजहबी, डा. दशरथ प्रसाद यादव, सुशील श्रीवास्तव, ओम सांस्कृयायन, श्रीश द्विवेदी, हरिशंकर शुक्ल, डा. एम.एम. आलम, सुधीर कुमार यादव, रामभवन शुक्ल, अमृतपाल सिंह, पी.आर. शुक्ल, विजय कुमार त्रिपाठी, सत्येन्द्रनाथ मतवाला, स्कन्द शुक्ला, लालमणि प्रसाद, चन्द्रभूषण श्रीवास्तव, रिकूं दूबे, सर्वेश मिश्र, डा. रामनरेश सिंह मंजुल, संदीप गोयल, हरि स्वरूप दूबे, दीनदयाल तिवारी, संजय कुमार अग्रवाल, राकेश चन्द्र श्रीवास्तव, आचार्य स्कन्ददास, प्रेमनाथ गौड़, राजाराम यादव, सत्येन्द्र सिंह ‘भोलू’ रामकृष्ण पाण्डेय, विजय प्रकाश चौधरी, मो0 हारून, वसीम अहमद सिद्दीकी, आचार्य साकेत कुमार सिंह, ओम प्रकाश यादव, जगदीश शुक्ल, अर्जुन उपाध्याय, सुरेश कुमार सिंह गौतम, दुर्गादीन, सोहन सिंह, रहमान अली रहमान, राजेन्द्र कुमार उपाध्याय, अर्जुन प्रसाद गुप्ता, राकेश तिवारी, प्रेमशंकर द्विवेदी, श्याम प्रकाश शर्मा, विनोद उपाध्याय, नगेन्द्र पटेल, सुनील कुमार पाण्डेय, शिवशंकर कुमार, कृष्णदेव मिश्र, रामसेवक पाण्डेय, लालता प्रसाद पाण्डेय, शिवशंकर लाल श्रीवास्तव, अनूप मिश्रा, वागार्थ, कृष्ण गोपाल, दिलीप चन्द्र पाण्डेय, पंकज सोनी, अमित कुमार चौधरी, सुदृष्टि, पंकज त्रिपाठी, सन्तोष श्रीवास्तव, इमरान अली, मेहताब आलम, महेन्द्र चौहान, शिवराज सिंह, अवधेश तिवारी, तनवीर आलम, के.के. त्रिपाठी, विजय कुमार, महेश शुक्ल, नरसिंह नरायन पाण्डेय, जय प्रकाश उपाध्याय, दिनेश कुमार, देवेश चन्द्र पाण्डेय, अजीत शुक्ल, जगनरायन आर्य, जय प्रकाश शुक्ल, गजेन्द्रनाथ मिश्र, वीरेन्द्र गोस्वामी, जितेन्द्र कौशल सिंह, रत्नेश शुक्ल, राहुल सांस्कृत्यायन, सिद्धेश कुमार, राजेन्द्र प्रसाद सोनकर, कन्हैयालाल, अज्जू हिन्दुस्तानी, अरूण भारती, अतुल कुमार सिंह, सत्येन्द्र शुक्ल जिप्पी, विजय आर्य, धु्रव चन्द्र चर्तुवेदी, सूर्य कुमार शुक्ल, अनूप लाल श्रीवास्तव, राधेश्याम श्रीवास्तव के साथ ही बड़ी संख्या में पत्रकार, सामाजिक सरोकरों से जुड़े लोग, विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी मौजूद रहे।