दिल्ली : करोड़ों रुपये की रिश्वत लेने के लिए अधिकारियों ने अब हवाला का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। इस बात का खुलासा सीबीआई के जाल में फंसे सेंट्रल एक्साइज आयुक्त तथा एक अन्य आईआरएस अधिकारी के मामले की तफ्तीश के दौरान हुआ है। रिश्वत के इस ट्रेंड को लेकर जांच अधिकारी हवाला कारोबारियों की नाक में नकेल कसने के लिए ईडी का सहारा ले रहे हैं। सीबीआई सूत्रों का कहना है कि सेंट्रल एक्साइज आयुक्त ए.एम.सहाय को एक करोड़ रुपये रिश्वत लेने के मामले में पकड़ा गया था।
इस मामले की जांच अभी चल रही है छापे के दौरान जो दस्तावेज जब्त किए गए हैं उनसे पता चला है कि यह अधिकारी हवाला कारोबारियों के चैनल से जुड़े हुए हैं। सम्पति से जुड़े जो दस्तावेज हैं उनसे इस बात के संकेत मिले हैं कि यह सम्पति एक अन्य ब्यूरोक्रेट तथा कस्टम विभाग के अधिकारियों के नाम पर दर्ज है। इसलिए यह संभावना बनी हुई है इन अधिकारियों को सीबीआई जांच अधिकारी किसी भी दिन पूछताछ के लिए बुला सकते हैं।
सूत्रों का कहना है कि सहाय और उनके साथ पकड़े गए अन्य आरोपियों को सीबीआई ने अपनी हिरासत में रख कर नौ अप्रैल तक पूछताछ की थी। सूत्रों का कहना है कि रशि्वतखोरी के इस मामले में एक करोड़ से अधिक की रकम जब्त की जा चुकी है जिसमें से आधी रकम हवाला के माध्यम से ली गई थी। हवाला कारोबारी के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि इस मामले से पहले इनकम टैक्स के अतिरिक्ति आयुक्त व आईआरएस अधिकारी सीएस भारती भी हवाला के माध्यम से रिश्वत ले चुके थे। सीबीआई ने भारती और उनकी पत्नी इंदू भारती के खिलाफ आय से अधिक सम्पति का मामला दर्ज कर देहरादून, कोलकात्ता और अहमदाबाद में कई स्थानों पर छापे मारे की थी। (हिंदुस्तान अखबार से साभार)