कुछ घंटे पहले भड़ास4मीडिया पर खबर प्रकाशित हुई थी कि यूपी का सूचना विभाग अखिलेश के सीएम बनने के कार्यक्रम के कवरेज में सिर्फ उन्हीं पत्रकारों को बुला रहा है जो मायावती शासनकाल में मायावती की प्रेस कांफ्रेंस में बुलाए जाते थे. माया राज की भेदभाव वाली नीतियों को सपा राज में कांटीन्यू रखने की सूचना विभाग की कोशिश की खबर भड़ास पर आने के बाद लखनऊ में हड़कंप मच गया. कई सपा नेताओं ने सूचना विभाग के अफसरों को आड़े हाथ लिया. बाद में लखनऊ के सभी मान्यता प्राप्त पत्रकारों को आयोजन में आने को कहा गया.
पत्रकारों से बातचीत का स्थल एनेक्सी से बदल कर कालिदास मार्ग कर दिया गया, ताकि सभी पत्रकारों को वहां बुलाया जा सके. भड़ास पर खबर आने के बाद कुछ वरिष्ठ पत्रकारों ने सपा के नेताओं को इस बारे में बताया. तब सपा नेता सक्रिय हुए और आनन फानन में सब कुछ दुरुस्त करने की कवायद शुरू कर दी गई. लखनऊ के एक वरिष्ठ पत्रकार का कहना है कि लखनऊ के पत्रकार संगठन और पत्रकारों के नेता जो नहीं कर करा सके, वह भड़ास ने कर दिखाया. पुरानी खबर पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें..
http://bhadas4media.com/vividh/3135-2012-03-14-11-24-13.html