पाकिस्तानी सेना के एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने सुझाव दिया है देश में भारतीय मीडिया के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए पाक सेना को अपना टीवी चैनल शुरू करना चाहिए. सूत्रों के अनुसार अधिकारी ने पाक सेना की प्रतिष्ठित ग्रीन बुक के लिए लिखे जाने वाले रणनीतिक पत्रों में ये सिफारिश की है.
मेजर जनरल मोहम्मद आजम आसिफ ने कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय टीवी और समाचार पत्रों के प्रचार को नहीं रोक पाने के लिए पाकिस्तानी मीडिया की आलोचना की है. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तानी सेना का एक टीवी चैनल और रेडियो स्टेशन होना चाहिए जो भारतीय प्रचार का मुकाबला कर सके.
आसिफ ने कहा है कि पाकिस्तानी मीडिया में विश्वसनीयता की कमी है इसलिए संकट के समय या महत्वपूर्ण घटना होने पर लोगों को आल इंडिया रेडियो, बीबीसी और भारतीय टीवी चैनलों को देखने के लिए मजबूर होना पड़ता है. उन्होंने कहा है कि हमारे शत्रु (भारत) ने काफी मेहनत से मीडिया की शक्ति हासिल की है और वह इसे अपने लाभ के लिए अच्छे तरीके से इस्तेमाल कर रहा है.
इसमें ये भी चिन्ता जताई गई है कि भारतीय मीडिया के प्रचार ने सेना में ऐसी भावना भर दी है कि भारत एक ऐसा शत्रु है जिसे हराया ही नहीं जा सकता. ग्रीन बुक में ये भी कहा गया है कि भारतीय मीडिया के प्रचार तंत्र की वजह से ही पाकिस्तानी सेना को हार का सामना करना पड़ा क्यूंकि भारतीय मीडिया ने भारतीय सुरक्षा बलों के बारे में बढ़-चढ़कर प्रचार किया जिससे पाकिस्तानी सेना को सारा जोश ही ठंडा पड़ गया.
पाकिस्तानी सेना अपने आंतरिक प्रकाशन के तहत हर दो वर्ष में ग्रीन बुक प्रकाशित करती है. पाकिस्तानी सेना के एक अधिकारी का कहना है कि ग्रीन बुक सेना के नजरिए का प्रतिनिधित्व नहीं करती. रिपोर्ट से पता चला है कि कई मौजूदा वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने पत्रों में भारतीय टीवी और प्रिंट प्रकाशनों के पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर मौजूदगी पर चिंता जताई है.