Prem Chand Gandhi : अगर देश के तमाम मंदिरों में बेवजह जमा पड़े सोने और चांदी के आभूषणों को नीलाम कर देवभूमि उत्तराखण्ड के पुनर्निर्माण लगा दिया जाए तो किसी के सामने हाथ फैलाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। आखिर देवी-देवताओं का धन देवी-देवताओं के ही काम नहीं आएगा तो फिर किसके काम आएगा… आस्थावान लोगों को भी इससे शायद ही कोई आपत्ति होगी… यह बात मैं इसलिए कह रहा हूं कि पिछले दिनों राजस्थान के एक प्रसिद्ध मंदिर के प्रबंधन से जुड़े व्यक्ति ने बताया कि मंदिर के पास हज़ारों टन सोना-चांदी है, लेकिन सरकार इसे बेचने नहीं देती।
साहित्यकार प्रेमचंद गांधी के फेसबुक वॉल से.