सहाराश्री के मुसीबतों के चलते भी सहारा के कुछ अधिकारी अपनी कारगुजारी से बाज नहीं आ रहे हैं। राष्ट्रीय सहारा कानपुर आफिस में जहां पिछले माह से स्ट्रिंगर्स को वेतन नहीं दिया जा रहा है वहीं 18 अप्रैल से हस्ताक्षर रजिस्टर भी हटा लिया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि मजीठिया के चलते सहारा में यह किया जा रहा है।
कई लोगों ने तो आफिस आना ही बंद कर दिया है तो कइयों ने कहीं और जाब तलाशना शुरू कर दिया है। एक बात तय है कि जब सहारा को दुआवों की जरूरत है ऐसे में इन स्ट्रिंगर्स की वह बददुवाएं ले रहा है.
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.