नई दिल्ली। दिल्ली में इस्राइली दूतावास की कार पर हुए बम हमले के आरोप में गिरफ्तार किए गए पत्रकार सैयद मोहम्मद अहमद काजमी ने आज जमानत की गुहार लगाते हुए कहा कि उन्हें खुदकुशी के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट विनोद यादव के समक्ष काजमी के वकील गजिंदर कुमार ने कहा, ‘‘काजमी को उस स्थिति में जाने के लिए विवश नहीं करना चाहिए कि वह खुदकुशी कर लें।’’
कुमार ने कहा कि उनके मुवक्किल को कैद में रखकर उस अपराध की सजा दी जा रही है, जो उसने किया ही नहीं। उन्होंने कहा कि काजमी को पुलिस ने पकड़ा क्योंकि वह कुछ मुद्दों और राजनीतिक मामलों पर खुलकर बोल रहे थे। कुमार ने कहा, ‘‘कुछ मुद्दों पर काजमी के विचार के लिए उन्हें अपराध का षण्यंत्रकारी नहीं बनाया जा सकता।’’ काजमी के वकील ने कहा कि जांच एजेंसी ने जांच पूरी कर ली है और उसने उनके मुवक्किल की हिरासत की मियाद 27 मार्च को पूरा होने से दो दिन पहले अदालत का रुख कर लिया और ऐसे में आगे की पूछताछ की जरूरत नहीं है।