जी न्यूज पर शुरू हुए अपराध पर आधारित प्रोग्राम 'क्राइम रिपोर्टर' का अभी पहला एपिसोड ही जनता के सामने आया और देश की राजधानी की शान 'मेट्रो' का एक ऐसा काला सच सामने आ गया, जिसे देख सबके होश फाख्ता हो गए। मेट्रो में हो रही अय्याशी के खेल को सामने लाकर इस शो ने बताया कि मेट्रो अब अय्याशी के लिए सबसे सेफ अड्डा बन गया है। जिन मेट्रो स्टेशनों पर चौबीसों घंटे सीसीटीवी कैमरे खुफिया आंख बन निगरानी करते हैं, उन्हीं आखों पर पट्टी बांध वहां के स्टाफ अय्याशी के लिए कमरे मुहैया कराते नजर आए। चंद रुपयों की खातिर कैसे मेट्रो के कर्मचारियों ने मेट्रो की शान के साथ साथ सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए।
जिस करतूत की खबर मेट्रो प्रशाशन, वहां मौजूद देश के सेना की ताकतवर और जिम्मेदार विंग सीआईएएफ को नहीं लग सकी, उस करतूत का पूरा काला चिट्ठा नवीन कुमार और उनकी टीम ने खोल कर रख दिया। बताया जाता है कि इस पूरे स्टिंग ऑपरेशन में नवीन कुमार की टीम के बेहद जिम्मेदार सदस्य देवनाथ ने अहम भूमिका निभाई थी। देवनाथ ने इस पूरे स्टिंग ऑपरेशन को अंजाम दिया। इस स्टिंग को दिखाए जाने के दौरान चैनल पर लाइव कार्यक्रम में देवनाथ ने न्यूज रूम से इस पूरे मामले पर जी मीडिया की तरफ से बताया कि कैसे उन्होंने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। इस स्टिंग के जरिए क्राइम रिपोर्टर की टीम ने एक सराहनीय काम किया।