जिस लड़की की जासूसी कराने के प्रकरण से आजकल नरेंद्र मोदी घिरे हुए हैं, उस लड़की के साथ मोदी की एक तस्वीर फेसबुक समेत सोशल मीडिया व वेब-ब्लाग पर घूमने लगी है. इस तस्वीर में आईएएस प्रदीप शर्मा भी दिख रहे हैं. सोशल मीडिया पर लोग इस तस्वीर को शेयर करके एक दूसरे को बता रहे हैं कि "साहेब" इन्हीं की जासूसी करवा रहे थे.
यह तस्वीर तबकी है जिन दिनों आईएएस प्रदीप शर्मा कच्छ के कलेक्टर (कार्यकाल 2003 से 2005 तक) हुआ करते थे. अपने कार्यकाल के आखिर दिनों वर्ष 2005 के अक्टूबर महीने में कच्छ शरद उत्सव का आयोजन किया गया था. इसी आयोजन के दौरान की यह तस्वीर है जिसमें नरेंद्र मोदी और बेंगलोर की महिला आर्किटेक्ट एक साथ दिखाई रहे हैं.
(पहचान छुपाने के मकसद से तस्वीर में लड़की का चेहरा ब्लर कर दिया गया है और इस खबर में लड़की का काल्पनिक नाम प्रकाशित किया गया है.)
कहा जा रहा है कि इस तस्वीर से कई बातें साबित हो रही हैं. लड़की के पिता ने जासूसी प्रकरण के सामने आने के बाद बयान दिया कि उन्होंने ही 2009 में मोदी से बेटी की देखभाल करते रहने को कहा था. पर तस्वीर से पता चलता है कि मोदी और माधुरी के बीच घनिष्ठ परिचय जासूसी कराए जाने के घटनाक्रम के पांच वर्षों पहले से था. इससे बीजेपी का भी यह बयान झूठा साबित होता है कि मोदी का परिचय सिर्फ लड़की के पिता से था और लड़की के पिता के कहने पर लड़की का ध्यान रखने के मकसद से मोदी ने निर्देश दिए थे.
साभार- गुलेल डॉट कॉम
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