मीडिया जगत में व्याप्त अंधेरगर्दी के खिलाफ बेखौफ होकर आवाज उठाने वाले चर्चित पोर्टल भड़ास4मीडिया को बंद कराने की दैनिक जागरण की कुत्सित मंशा के खिलाफ देश के कई कोनों में लोगों ने अपने अपने स्तर पर विरोध का इजहार किया. भड़ास से जुड़े यशवंत और अनिल को जेल में डाले जाने के खिलाफ उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में लोगों ने विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया. उस विरोध प्रदर्शन की खबर दैनिक जागरण समेत अन्य अखबारों में प्रकाशित नहीं की गई. वह खबर भड़ास के पास लोगों ने चित्र के साथ प्रेषित की. उसी खबर व तस्वीर को नीचे प्रकाशित किया जा रहा है…
भड़ास4मीडिया.कॉम के संपादक यशवंत की गिरफ्तारी के बाद कंटेंट एडिटर अनिल सिंह की गिरफ़्तारी पर देश भर के कामकाजी पत्रकारों में गहरा आक्रोश था। कई स्थानों पर इसको लेकर प्रदर्शन भी हुए। कई वरिष्ठ पत्रकारों ने इसे न्यू मीडिया पर दमन बताते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की थी कि वो जल्द से जल्द इस मामले में हस्तक्षेप करे। सभी ने अनिल सिंह की गिरफ्तारी करना एक दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई बताया था तथा इसे नोएडा पुलिस की गुंडागर्दी तक कहा था।
दूसरी तरफ मुगलसराय में पत्रकारों ने यशवंत तथा अनिल सिंह की गिरफ्तारी के विरोध में जुलूस निकाला और बाद में एक बैठक भी की। उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पास इस आशय का ज्ञापन भी भेजा। पत्रकारों का कहना था कि भड़ास4मीडिया पोर्टल की लोकप्रियता और इसकी निष्पक्ष बेबाक कार्यशैली को लेकर खिसियाए लोगों की चिढ़ का नतीजा है यशवंत और अनिल सिंह की गिरफ्तारी। उन्होंने इसे निंदनीय कार्य बताया और कहा कि इससे पत्रकारिता पेशे से जुड़े ही लोग नहीं बल्कि अन्य बुद्धिजीवी तबके के लोगों में भी आक्रोश है।
मुगलसराय में हुई बैठक में मीडियाकर्मियों ने कहा कि प्रदेश सरकार दैनिक जागरण मैनेजमेंट की शह पर कामकाजी पत्रकारों आवाज़ दबाना चाहती है। बैठक में मौजूद लोगों ने कहा कि पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की जाए। चेतावनी दी गई कि अगर इस साजिश का पर्दाफाश न किया गया तो आंदोलन शुरू किया जाएगा। जुलूस व बैठक में राजीव गुप्ता, कमलजीत सिंह, संदीप कुमार, मनोहर कुमार, कमलेश तिवारी, दीना नाथ वर्मा, करुणानिधि त्रिपाठी कृष्णा गौड़, भगवान नारायण चौरसिया, फैयाज़ अहमद, समर बहादुर, सुनील सिंह, अखिलेश सिंह, सत्य प्रकाश आदि लोग उपस्थित रहे।

