उत्तर प्रदेश का एक मंत्री दलाल टाईप पत्रकारों की मान्यता भी करवाता है। चूंकि चुनाव सिर पर है, ऐसे में इस मंत्री की तूती बोलती है प्रदेश में। चुनाव बाद सबको पता है कि वह भगा दिया जाएगा। इसी वजह से यह मंत्री पत्रकारों के साथ अपने व्यवहार खराब नहीं करना चाहता। यही वजह है कि इस मंत्री ने सूचना विभाग में फोन कर कई लोगो को मान्यताएं दिलवाई हैं।
इस मंत्री के फोन घनघनाते ही सूचना विभाग में हड़कम्प मच गया। आनन-फानन में विभाग के कर्मचारियों ने बिना कागजात पूरे हुए भी मान्यता देने में ही भलाई समझी जबकि जिन लोगों को मान्यता दी गयी उनका प्रमाण भी लखनऊ का नहीं है। लेकिन मंत्री के रसूख के आगे सब बेबस नज़य आये। सूचना के अधिकारियों द्वारा बताई गई गुपचुप बातचीत के आधार पर यह बाते सामने आयी है। इतना ही नहीं इस मंत्री से अब मकान भी एलाट कराने की होड़ मची हुई है। अब मकान के खेल में भी मंत्री राज्य संपत्ति विभाग को फोन घनघनाने वाला ही था कि आम चुनाव की आचार संहिता का हवाला देते हुए मंत्री ने दलाल टाईप पत्रकारों से पल्ला छुड़ाया। अब असल खेल चुनाव बाद देखा जाएगा। (कानाफूसी)
लखनऊ से एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.