मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान और उनकी सरकार से पंगा लेना दैनिक राज एक्सप्रेस के मालिक अरुण सहलोत को लगातार महंगा पड़ता जा रहा हैं. कुछ माह पहले सरकार ने भोपाल में उनके मिनाल माल का एक बड़ा हिस्सा अवैध बताकर ढहा दिया था. अब फिर से लगाम टाइट करने की तैयारी चल रही है. पुराने झटकों से अभी अरुण सहलोत उबरे भी नहीं हैं कि नए झटके देने की तैयारी शुरू हो गई है.
भोपाल नगर निगम ने राज एक्सप्रेस के मालिक अरुण सहलोत के हाउसिंग इकाई राज होम्स का लाइसेंस भी रद्द कर दिया है. यह कार्रवाई एक तरफा न लगे इसलिए तीन अन्य कोलनाइजरों के लाइसेंस भी रद्द किए गए हैं. अब निर्धारित ले आउट के उल्लंघन मामले में कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. इसके चलते राज होम्स द्वारा बनाए गए पौने सात सौ फ्लैटों एवं मकानों पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं. राज एक्सप्रेस के मूल धंधे यानी प्रॉपर्टी पर लगातार सरकारी हमले का असर अब अखबार पर भी पड़ने लगा है. यहां लगातार स्थितियां खराब होती जा रही हैं. प्रदेश सरकार से पंगा लेना अब इस ग्रुप को भारी पड़ता जा रहा है. अब देखने वाली बात होगी कि शिवराज सरकार अरुण सहलोत को बख्श देती है या फिर राज होम्स में तोड़ फोड़ करवाकर फिर झटका देती है?