इंदौर। भाजपा के पीएम इन वेटिंग नरेंद्र मोदी तक पहुंच बनाने वाला गणेश मालवीय मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और विधायक रमेश मेंदोला का अभिन्न साथी है। 2009 और 2013 के विधानसभा चुनाव में कैलाश के लिए महू में संचालन का मोर्चा मालवीय ने ही संभाला था। पिछले साल कैलाश के दम पर ही गणेश दिल्ली में भोजपुर से विस टिकट की दावेदारी भी जताकर आया था। मालवीय न सिर्फ कैलाश, बल्कि भाजपा के कई बडे नेताओं का खास है।
कुछ साल पहले तक वह विक्रम वर्मा के साथ रहता था। अटलजी की सरकार में वर्मा केंद्रीय मंत्री बने तो मालवीय उनका सहयोगी बनकर दिल्ली शिफ्ट हो गया। वहीं इसकी मुलाकात पूनम राय से हुई और फिर दोनों ने प्रेम विवाह किया। गणेश केंद्र में राजग सरकार जाने के बाद पुन: भोपाल में सक्रिय हुआ और कैलाश विजयवर्गीय से जुड़ गया। विजयवर्गीय ने उसकी कई मामलों में मदद की और बड़े नेताओं से मुलाकात भी करवाई। दिल्ली में कुछ साल रहने से कुछ नेता उसके संपर्क में भी आ गए थे। उनकी बदौलत यूपी के दो विधानसभा चुनाव में वह अलग-अलग जिलों का प्रभारी बनकर गया। इंदौर की एक नेत्री को प्रदेश में पदाधिकारी बनाने में मालवीय की अहम भूमिका रही। दो नंबरी गुट के अलावा एक मौजूदा विधायक से भी उसके गहरे संबंध हैं।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा कहते हैं- ''गणेश ने भाजपा के रसूख के दम पर भोपाल और मंडीद्वीप के आस-पास के इलाकों में बड़े पैमाने पर जमीनें खरीदी हैं। इसकी शिकायत की जाएगी। मोदी के लिए गणेश चंदा जुटाता था। वह मोदी का चंदा मामा है।''