एक लॉ इंटर्न के यौन उत्पीड़न के आरोप की जांच कर रही कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी है. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में रिटायर्ड जज एके गांगुली का नाम आरोपी के रूप में लिया है. मामले की जांच कर रही तीन-सदस्यीय समिति ने कल ये रिपोर्ट कोर्ट में मु्ख्य न्यायाधीश को सौंप दी. इससे पहले समिति ने छह बैठकें की. घटना के संदर्भ में पहली बार न्यायाधीश के नाम का खुलासा किया गया है.
रिपोर्ट में नाम सार्वजनिक हो जाने पर रिटायर्ड जज एके गांगुली ने यौन उत्पीड़न मामले से इंकार किया है. उनका कहना है कि वे बेगुनाह हैं और हालात के शिकार हैं. उन्होंने कहा है कि उनके मामले की तुलना तेजपाल से ना की जाए. उन्होंने कहा कि अपनी जिन्दगी में मैने कई इंटर्न के साथ काम किया है. वे आज अच्छी जगहों पर हैं. मैं उनसे अपने बच्चों की तरह बर्ताव करता हूं.
हाल ही में पीड़िता ने एक रिटायर्ड जज पर उसके साथ यौन शोषण का आरोप लगाया था. पीड़िता ने कहा था कि उसके साथ ये घटना तब हुई थी जब वह आरोपी जज के साथ इंटर्न के तौर पर काम कर रही थी. घटना पिछले दिसम्बर की है. पीड़िता ने अपने ब्लाग में आरोपी के तौर पर केवल हाल ही में रिटायर जज कहा था. पीड़ित युवती इस समय कनिष्ठ वकील है.