इंडिया इस्लामिक सेंटर नई दिल्ली के बी.एस. अब्दुर्रहमान सभागार में ‘लोकमत समाचार’ की रचना वार्षिकी ‘दीप भव 2012’ का लोकार्पण केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री डॉ. फारुख अब्दुल्ला ने किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विविधता में एकता भारत की विशेषता है और ताकत भी. आज इस देश को मजहब और जबान के नाम पर बांटने की कोशिशें की जा रही हैं लेकिन अगर हम एक दूसरे से मोहब्बत करते रहेंगे, एक दूसरे की पीड़ा को समझते और बांटते रहेंगे, इस देश को किसी तरह का खतरा नहीं हो सकता.
कार्यक्रम में लोकमत मीडिया प्रा. लि. के चेयरमैन सांसद विजय दर्डा ने कहा कि बाजारवाद के इस दौर में हिंदी अखबारों की प्रसार संख्या तो बढ़ी है. लेकिन, अखबारों का नाता गंभीर साहित्य से कम होते जा रहा है. हिंदी के पाठक गंभीर और सशक्त साहित्यिक रचनाओं की कमी महसूस कर रहे हैं. अत: लोकमत समूह ने राष्ट्रीय स्तर पर एक ऐसी रचना वार्षिकी के प्रकाशन का निर्णय किया, जो साहित्य, कला, और संस्कृति का सारथी बन सके.
इस अवसर पर आलोचक एवं संघ लोकसेवा आयोग के सदस्य पुरुषोत्तम अग्रवाल, वरिष्ठ कवि व आलोचक अशोक वाजपेयी, पर्यावरणविद् एवं गांधीवादी अनुपम मिश्र, इतिहासकार डॉ. सुधीर चंद्र एवं लोकमत समाचार के संपादक विकास मिश्र भी मौजूद थे. दीप भव 2012 के अतिथि संपादक हैं श्री अशोक वाजपेयी. संपादक हैं श्री विकास मिश्र
कार्यक्रम में ‘अपना स्थान’ विषय पर परिचर्चा का आयोजन भी किया गया, जिसमें पुरुषोत्तम अग्रवाल, अनुपम मिश्र, सुधीर चंद्र एवं अशोक वाजपेयी ने विद्वतापूर्ण विचार प्रस्तुत किए. विषय प्रवर्तन विकास मिश्र ने किया. कार्यक्रम का संचालन ‘लोकमत समाचार’ के प्रोडक्ट हेड मतीन खान ने किया, जबकि आभार प्रदर्शन लोकमत पत्र समूह के नेशनल एडिटर हरीश गुप्ता ने किया. समारोह में वरिष्ठ पत्रकार अच्युतानंद मिश्र, आज तक के पूर्व संपादक कमरवहीद नकवी, साहित्यकार प्रयाग शुक्ल, एक्सचेंज फॉर मीडिया के अनुराग बत्र, नरेश मोहन, वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून वाजपेयी, सांसद चंद्रकांत खैरे, महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री शिवाजीराव मोघे, दैनिक हिंदुस्तान के प्रमुख संपादक विलास मराठे तथा चौथी दुनिया की एडिटर (इन्वेस्टीगेशन) रूबी अरुण सहित साहित्य एवं पत्रकारिता जगत की गणमान्य हस्तियां बड़ी संख्या में मौजूद थीं.