: धोखाधड़ी के मामले में कोर्ट से था वारंट : मोहनलालगंज पुलिस ने पकड़ा, कोतवाली में प्रदर्शन : लखनऊ : मोहनलालगंज पुलिस ने धोखाधड़ी के एक मामले में रायबरेली रोड स्थित लखनऊ कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट के फाउंडर चेयरमैन विनीत मित्तल को गिरफ्तार कर लिया। इंस्पेक्टर मोहनलालगंज योगेंद्र सिंह के मुताबिक धोखाधड़ी के मामले में सीओ मोहनलालगंज ने विनीत मित्तल व अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। विनीत के खिलाफ कोर्ट ने गैरजमानती वारंट जारी किया था।
पुलिस के मुताबिक एक निजी कंपनी में उच्च अधिकारी रह चुके विनीत मित्तल ने रायबरेली निवासी पूर्व एमएलसी राजा राकेश प्रताप सिंह से रायबरेली रोड स्थित शिवगढ़ रिजार्ट व उससे जुड़ी करीब 10 एकड़ भूमि 29 वर्षो के लिए लीज पर कुछ शर्तो के आधार पर ली थी। आरोप है कि विनीत मित्तल ने पूर्व एमएलसी के फर्जी डिजिटल दस्तखत बनाकर व फर्जी दस्तावेजों की मदद से यह भूमि हड़पने का प्रयास किया और यहां लखनऊ कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट खोल दिया। इस संबंध में पूर्व एमएलसी की ओर से मोहनलालगंज कोतवाली में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस ने जांच के बाद विनीत मित्तल व उनके वकील दिलीप दीक्षित के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। इसी मामले में कोर्ट ने विनीत मित्तल के खिलाफ वारंट जारी किया था। पुलिस ने सर्विलांस व एसओजी टीम की मदद से रविवार को आरोपी विनीत को फत्तेखेड़ा गांव से गिरफ्तार कर लिया।
बताया गया कि विनीत मित्तल व उनके साथियों ने एआइसीटीइ तथा फॉर्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया से फर्जी दस्तावेजों की मदद से कॉलेज की मान्यता हासिल की थी। बताया गया कि फर्जी मान्यता मामले में सीबीआइ ने जांच की थी तथा विनीत उनकी पत्नी अर्चना मित्तल व अन्य आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। बाद में कॉलेज की मान्यता रद कर दी गई थी। रविवार को पूर्व एमएलसी के समर्थकों व कॉलेज के छात्रों ने मोहनलालगंज कोतवाली में विनीत के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किया।
उपरोक्त खबर दैनिक जागरण में प्रकाशित हुई है. वहीं से साभार.
विनीत मित्तल की हिस्ट्री जानने के लिए यहां क्लिक करें- सहारा समूह के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर रहे विनीत मित्तल की कहानी