कई दशक तक दैनिक भास्कर के पर्याय बने रहे श्रवण गर्ग का भास्कर समूह से रिश्ता खत्म होने जा रहा है. 31 मार्च यानि कल श्रवण गर्ग का दैनिक भास्कर में आखिरी दिन होगा. काफी समय से श्रवण गर्ग के दैनिक भास्कर से रिटायरमेंट या इस्तीफे की चर्चा फैली हुई थी लेकिन इसकी पुष्टि कोई नहीं कर पा रहा था. लेकिन अब दैनिक भास्कर से अपने इस्तीफे की पुष्टि खुद श्रवण गर्ग ने कर दी है.
भड़ास4मीडिया से बातचीत में श्रवण गर्ग ने कहा कि हां, यह सच है कि कल मेरा दैनिक भास्कर में आखिरी दिन होगा. यह पूछे जाने पर कि दैनिक भास्कर से विदा लेते समय कैसा लग रहा है, श्रवण गर्ग बोले- दैनिक भास्कर के साथ रहकर मैंने बहुत कुछ सीखा है, ढेर सारे लोगों से मिलना जुलना, बहुत कुछ लिखना पढ़ना हुआ. कई यूनिटों की लांचिंग का मौका मिला. लेकिन हर आदमी के लिए हर जगह एक वक्त मुकर्रर होता है. मेरा वक्त दैनिक भास्कर के साथ अब पूरा हो चुका है.
आगे की पारी के बाबत श्रवण गर्ग ने कहा कि अभी कुछ तय नहीं किया है. लेकिन दोस्तों मित्रों का सहयोग व प्यार बना रहा तो पत्रकारिता की दुनिया में कुछ नया किया जाएगा. श्रवण गर्ग ने बताया कि वे लखनऊ गए हुए थे और वहां से वे अब सीधे चेन्नई आए हुए हैं. कुछ दिनों बाद दिल्ली लौटेंगे तो फिर आगे के बारे में सोचेंगे. ज्ञात हो कि श्रवण गर्ग हिंदी पत्रकारिता के जाने माने और शीर्षस्थ नामों में से एक हैं. वे अपनी प्रतिभा और संघर्ष की बदौलत शून्य से शिखर तक पहुंचे. उन्होंने अपने करियर व संघर्ष का खुलासा भड़ास4मीडिया के साथ एक बातचीत के जरिए की थी. उस बातचीत को पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक कर सकते हैं….
http://old.bhadas4media.com/interview/8387-shravan-garg-interview.html
अगर आपने श्रवण गर्ग के साथ काम किया है, उनसे सीखा है, उनके प्रति आपके मन में कृतज्ञता है तो इसका इजहार आप भड़ास4मीडिया के माध्यम से कर सकते हैं. आप भड़ास तक अपनी बात [email protected] के जरिए पहुंचा सकते हैं.