सहारा वालों को इन दो बच्चों का भी श्राप लगेगा. नोएडा स्थित सहारा के आफिस के दूसरे फ्लोर पर खुले छत पर बिजली के नंगे तार बिछे हुए थे. कल की बात है जब इन्हें ठीक करने के लिए कांट्रैक्टर ने दो किशोर उम्र बच्चों को भेज दिया. ये दोनों जब छत पर गए तो उस दौरान एक बच्चे के नमाज का वक्त हो गया था, सो उसने नमाज पढ़ना शुरू कर दिया. दूसरा बच्चा बिजली के नंगे तारों को ठीक करने में जुट गया. बारिश से पूरे छत पर पानी फैला हुआ था. जगह-जगह नंगे तार थे.
इसी दौरान काम कर रहे बच्चे को चार सौ चालीस वोल्ट की बिजली ने अपने चंगुल में ले लिया. बिजली के चपेट में आए इस बच्चे की चीख सुनकर नमाज पढ़ रहा लड़का उसे बचाने दौड़ा. वह भी बिजली की चपेट में आ गया. करंट ने दोनों की दुर्गति कर दी.
उसी दौरान सहारा मीडिया में कार्यरत एक सज्जन नमाज पढ़ने छत की तरफ बढ़े तो उन्हें करंट की चपेट में आए बच्चे दिखे. उन्होंने फौरन शोर मचाया. ढेर सारे लोग उपर भागे. डंडे आदि के सहारे करंट के शिकार बच्चों को बिजली से हटाया गया और उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया. दोनों बच्चों की हालत गंभीर बताई जाती है. एक बच्चा आईसीयू में है.
देखना है कि लापरवाही का मामला सहारा वालों पर चलता है या नहीं. साथ ही बाल मजदूरी का मामला भी कांट्रैक्टर व सहारा पर दर्ज किया जाना चाहिए. पर ऐसा कुछ होने वाला नहीं है. क्योंकि यह बड़े बड़ों का मामला है. पिस गए गरीब व मासूम दो लड़के. उपर वाला इन लड़कों को सेहत बख्शे और इनकी हालत बिगाड़ने वालों को दुर्गति.