यूपी के सुल्तानपुर जिले में पुलिस द्वारा हिंदी दैनिक हिंदुस्तान के छायाकार राज बहादुर यादव की निर्मम पिटाई और उनका कैमरा छीनने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. इसके विरोध में पूरे जिले धरना-प्रदर्शन और पुतला दहन का कार्यक्रम शुरू हो गया है. पिटाई के विरोध में पत्रकारों ने बैठक करके आंदोलन की रुपरेखा तय की. जिले के मीडियाकर्मियों ने मौन जुलूस निकालकर डीएम को ज्ञापन सौंपा.
पत्रकारों ने ऐलान किया है कि एसपी तथा पुलिस महकमे के खिलाफ चल रही जंग न्याय मिलने तक जारी रहेगी. पुलिस के गुडवर्क से जुड़ी खबरों को प्रकाशित न करने समेत पत्रकार वार्ता व एच्छिक ब्यूरो के बहिष्कार भी निर्णय लिया गया है. पत्रकारों ने मांग की है कि पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी नगर, प्रभारी निरीक्षक व दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित करते हुए उनका स्थानांतरण किया जाए. पुलिस के खिलाफ छेड़े जाने वाले संघर्ष के लिए पत्रकार संघर्ष मोर्चा का गठन किया गया है, जिसके नामित सदस्य मनोराम पाण्डेय, अवधेश शुक्ल, प्रमोद शुक्ल, अनिल पाठक, दिनेश श्रीवास्तव, विजय विद्रोही, केके तिवारी, दर्शन साहू, अनिल द्विवेदी, अलीम शेख व नीरज तिवारी को बनाया गया है.
दूसरी तरफ राजनैतिक पार्टियां भी पत्रकारों के समर्थन में आने लगी हैं. घटना के विरोध में आम आदमी पार्टी के सदस्यों ने कूरेभार थाना क्षेत्र के चौराहे पर पुलिस अधीक्षक का पुतला फूंका तथा नारेबाजी की. पुलिसिया कार्यशैली की चारो तरफ निंदा की जा रही है. उल्लेखनीय है कि एक हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर कुछ लोग एसपी को ज्ञापन देने गए थे, परन्तु पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया साथ ही घटना को कवर कर रहे छायाकार राज बहादुर यादव को बुरी तरह पीट दिया.
विरोध तथा पुतला दहन कार्यक्रम अंशुमान मिश्रा के संयोजन में हुआ, जिसमें केपी यादव, नरेन्द्र कुमार मिश्र, सुमित, दिलीप गुप्ता, सर्वेश, भूपेन्द्र आदि मौजूद रहे. वहीं जिला संयोजक धर्मेश मिश्रा के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी ने कूरेभार कस्बे में चौराहे पर एसपी का पुतला फूंका. इस मौके पर उदय सिंह, मनोज सिंह, सुभाष सिंह, भुल्लन उपाध्याय, दिनेश सिंह आदि मौजूद रहे.