महराजगंज : रविवार की सुबह लगभग छह बजे नेपाल के भैरहवा के रास्ते भारत आ रहे पाकिस्तानी महिला, उसके दो बच्चे एवं एक कश्मीरी युवक को सुरक्षा एजेंसियों ने पकड़ लिया। उनसे कड़ी पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक पूछताछ में युवक ने खुद को महिला का शौहर बताया है। पूछताछ में लगे अधिकारियों को अब तक जो बातें पता चली हैं उसके अनुसार पाकिस्तान एयर लाइंस से पाकिस्तानी महिला एलिजा (38) उसके बच्चे सुहेल (12) और नूर (8) एवं कश्मीरी नागरिक मुहम्मद रफी भट्ट (40) काठमांडू पहुंचे।
वहां से वे बस से भैरहवा होते हुए सुबह सोनौली बार्डर पर पहुंचे। वे दिल्ली जाने के लिए बस स्टैंड पर जाना चाहते थे। इसके लिए चारों नो-मैंस लैंड पर आ पहुंचे, जहां एसएसबी की महिला जवानों ने संदेह होने पर उन्हें पकड़ लिया। जवानों ने द्वितीय कमांडेंट अरविंद कुमार को उनके पकड़े जाने की सूचना दी, जिसके बाद एसएसबी के डीआइजी, एटीएस गोरखपुर, क्षेत्राधिकारी नौतनवा, कोतवाल सोनौली, चौकी प्रभारी सोनौली के अलावा कई सुरक्षा एवं खुफिया एजेंसियों के अफसर पहुंचे। अधिकारियों ने डंडा हेड पर बने एसएसबी कैंप में उनसे घंटों पूछताछ की। संतोषजनक उत्तर न मिलने पर उन्हें रोक लिया गया। वे भारत आने के कारण भी नहीं बता सके। उनके पास भारत आने का वीजा भी नहीं था।
इस संबंध में डंडा हेड के द्वितीय कमाडेंट अरविंद कुमार ने बताया कि अभी पूछताछ हो रही है। महिला और व्यक्ति पति-पत्नी हैं और बच्चे उनके ही हैं। युवक अपने को काश्मीरी बता रहा है, जबकि महिला पाकिस्तानी है। पकड़े गए लोगों को डंडा स्थित कार्यालय पर रखा गया है। उधर एसपी महराजगंज दिलीप कुमार ने कहा कि मुझे इस बारे में कोई खास जानकारी नहीं है। यह मामला सिविल पुलिस का नहीं है।
अरुण कुमार वर्मा की रिपोर्ट.