शाजिया का स्टिंग…
रिपोर्टर- असल में हम किसी कंपनी की इमेज को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं….हम उस कंपनी के लूपहोल्स ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं…और हम धरना वगैरा करने वाले हैं…अगर आप पांच मिनट के लिए भी धरने में आजाएंगे तो हमारे लिए बड़ी मदद होगी…
शाजिया- अगर उनके खिलाफ कुछ ठोस डॉक्यूमेंट्स हैं तो ही हम ये कर सकते हैं…आप मुझे डॉक्यूमेंट्स दिखा दीजिए अगर उनके खिलाफ कुछ है तो ही हम कुछ कर सकते हैं वरना नहीं…
रिपोर्टर- हम चाह रहे हैं किहम कुछ निकाले उनके खिलाफ..
शाजिया-बिल्कुल बिल्कुल…अगर आपके पास ठोस दस्तावेज हैं तो जरूर करेंगे..भई जो लीगल डॉक्यूमेंट्स हैं वो तो हैं ही…
रिपोर्टर- लेकिन अगर लीगल डॉक्यूमेंट नहीं है तो…
शाजिया- तब हम मदद नहीं कर पाएंगे..
रिपोर्टर- अच्छा डोनेशन वगैरा के लिए क्या प्रोसेस है…
शाजिया- आप चेक कैश कुछ भी दे सकते हैं…सबकुछ आमआदमी पार्टी के अकाउंट में जाएगा…आप कैश भी दे सकते हैं.. चेक दें कैश दे हम आपको रसीद देंगे…
रिपोर्टर- हमको रसीद नहीं चाहिए…दस तक का चेक देंगे हम उसके ऊपर का कैश ही दे पाएंगे…
शाजिया – हां हां…
रिपोर्टर- आप रसीद देंगे तो हमारी कंपनी का नाम आएगा तो प्रॉब्लम हो जाएगी उसमें..आप ये कर सकते हैं किसी और के नाम पर..
शाजिया – तो आप ये कर सकते हैं हमारे वॉलंटियर्स को पे कर सकते हैं सीधे…हम उसको उसमें दिखा देंगे… हमारे वॉलंटियर्स हैं उनकी सेलेरी हो जाएगी…जो ज्यादा नहीं है बीस बीस हजार है…चार पांच होंगे…
रिपोर्टर- हमने पच्चीस तक देना चाहते हैं लेकिन चेक से दस ही दे पाएंगे…बाकी पन्द्रह कैश….
शाजिया -हां हां…
रिपोर्टर- …तो ये कब तक….
शाजिया- वो सब सिद्धार्थ से बात कर लेना….
—
शाजिया- कुछ भी डॉक्यूमेंट्स आपके पास उनके खिलाफ होंगे आप मुझे बता दीजिए…
रिपोर्टर- देखिए कुछ डॉक्यूमेंट हमारे पास ऐसे नहीं हैं…लेकिन हम कुछ भी इल्जाम लगा कर उनके खिलाफ ये करना चाहते हैं…तभी मेरे बॉस ये कुछ डोनेट करके…
शाजिया- ये एक अच्छे मकसद के लिए है…
रिपोर्टर- हां हां बिल्कुल हम भी चाहते हैं कि बदलाव हो…बस थोड़ा ना हेल्प आपसे चाहते हैं…
शाजिया- जरूर जरूर…
रिपोर्टर – बस पांच मिनट भी आप चेहरा दिखा देंगे..
शाजिया- तो कब करेंगे आप लोग ये..
रिपोर्टर- आप जब चाहो..
शाजिया- अभी तो सब कुछ इलैक्शन के बाद ही पॉसीबल है…
रिपोर्टर – नो इश्यू..हम जनवरी के शुरु में भी कर सकते हैं…
शाजिया- ठीक है…ठीक
रिपोर्टर- हम बस कुछ इल्जाम लगा देंगे और आप बस पांच मिनट आ जाएं तो मीडिया कवरेज हो जाएगा…
शाजिया- ठीक है..ठीक है.. कुछ लीगल डॉक्यूमेंट्स अगर होंगे तो ज्यादा अच्छा रहेगा…
रिपोर्टर- हम कोशिश करेंगे लेकिन अगर नहीं भी होंगे तो प्लीज हेल्प अस..
शाजिया- यस यस….
—
रिपोर्टर- हम पच्चीस तक डोनेशन देना चाहते हैं लेकिन चेक दस के ही दे पाएंगे..बाकी कैश…शाजिया से बात हो गई है…कैश की हमको रसीद नहीं चाहिए…
पीए- ओके
रिपोर्टर- तो उस कैश को आप कैसे एडजस्ट करेंगे…
पीए- मीडिया आउटडोर वाले को डायरेक्ट कैश पे कर सकते हैं… ये होर्डिंग वगैरा…मैं मीडिया कंपनी से डील करा दूंगा…
रिपोर्टर – लेकिन हम किसी और को नहीं देंगे… पन्द्रह लाख कैश देना है…
पीए- नहीं आप मेरे को दे दो वो मैं उनको दे दूंगा…
रिपोर्टर – अच्छा…
पीए – बाकी मिसलेनियस में..डीजल वगैरा में खर्च करेंगे…आपका नाम नहीं आएगा कहीं भी…
मीडिया के काफी खर्चे होते हैं…पिछले मीडिया कंपेन में हमें नौ लाख खर्च किए थे…हमने डोनेशन लिया था…किसी ने दिए थे..
हम आउटडोर मीडिया का प्लान करते हैं..
रिपोर्टर–ओके
पीए–मीडिया वाले तो एमसीडी साइट ले लेते हैं…कितना भी वो रेट कोट करे कोई चेक नहीं करता है…एमसीडी से एक साल का कांट्रैक्ट ले लिया…वो कोट करते हैं १० लाख-५ लाख कोट करते हैं …डिमांड और सप्लाई केअनुसार…उनको हम कैश दे सकते हैं…तो हम कुछ अमाउंट उनको ट्रांसफर कर देंगे.
पीए–बहुत लोग ऐसा करते हैं जैसे आप कर रहे हैं…कुछ लोग डायरेक्ट शाजिया को देते हैं…कुछ लोग लिफाफा हाथ में पकड़ा देते हैं..वॉलंटियर्स को देने के लिए …सैलरी देने के लिए…टेंट वालों को देते हैं..हमारे बहुत खर्चऐसे ही जाते हैं …चेक से तो बहुत लिमिटेड होता है …जैसे हमने पोस्टर बनवाएं..अब उसपर लिखना पड़ता है…ऐसे ही बहुत रैंडम खर्च है…ऑफिस में ही बहुत हो जाता है …हमारे तीन चार कार हर दिन चलते हैं …उसमेंचार पांच हजार का डीजल लगता है…वॉलंटियर के फूड का बिल आता है…दस पंद्रह हजार तो ऐसे ही हो जाते हैं…तीन चार लाख तो महीने का ऑफिस खर्च ही है…बहुत सारे लॉजिस्टिक्स की जरूरत पड़ती है…इंटरनेटचाहिए ..रिचार्ज कराना पड़ता है… हम लोगों को कॉल करते हैं…
—
मनोज चौधरी, कोंडली, प्रत्याशी आप
Reporter- आपको जिस तरीके से vote चाहिए उस तरीके से vote हम provide करवा देगें अपनी vote तो देखो आपको है ही वो जो है वो है देखिए बाकि एक तो अपना काम छोटा मोटा अटका पड़ा है उसको थोड़ा सी help कर देना
Manoj- कहां पे
Reporter- थोड़ा cash का काम है यही मोहल्ले में ही है एक मकान में cash दे रखा है उसका बयाना दिया हुआ है बंदा ना तो कब्जा दे रहा है ना वो property पे वो कर रहा है तो अगर आपका नाम चल रहा है आप जाके खड़े हो गए भाई साहब वो—-
Manoj- बयाना दिया हुआ है
Reporter- हां कब्जा
Manoj- तो कब्जा–
Reporter- 15 लाख रूपए के आस पास का है ज्यादा बड़ा matter ना है बात यह थोड़ी सी अगर आप चलोगे ना भाई साहब सारा एकदम दे देगा आपके नाम से ही
Manoj- कौन से उसमें
Reporter- उसमें ही New Kondli के पास में ही है बगल में ही है दूसरी गली में ही
Manoj- इसमें आपके A-1 में ही
Reporter- हां — आप देख लो
Manoj- चलो मैं यहां से भेज दूंगा मैं तो नहीं आ सकता अभी इस महीने
Reporter- नहीं नहीं अभी नहीं आपका जब आप चुनाव से free हो जाएंगे तब की बात है
Manoj- भई एक महीने बाद तो आपके साथ ही साथ हैं जहां पे खड़ा कर दोगे वही पे काम होने हैं तुम्हारे
Reporter- एक बात भाई साहब दो चार पांच बंदे मैं कर लेता हूं 8-10 बंदे आपके पास में हैं ही हर वक्त एक बार जाके खड़े हो जाओ एक बार चढ़ाई कर देते हैं हमारा काम हो जाएगा आपका एहसान हो जाएगा बाकि आपको हर तरीके से जो भी support चाहिए वो support हम दे देंगे
Manoj- इस समय तो —
Reporter- थोड़ा बहुत पैसे जैसे देखो
Manoj- आके खड़ा नहीं हो सकता मैं आपको अभी—
Reporter- नहीं अभी Sir नहीं नहीं
Manoj- हां election के बाद तो हम आपके favor में काम करवा देगें
Reporter- तो बस इतना करवा दो cash का मामला है थोड़ा सा वरना police में जा नहीं सकते वरना इतना तो आपसे request करनी भी ना पड़ती आपके पास भी आना नहीं आदमी जब फटे हुए होती है तभी आता है आपके पास वरना ऐसे नहीं आता.
Reporter- थोड़ा बहुत पैसे पैसे का भी हो तो वो भी आपको manage करा देगें लाख दो लाख तो
Manoj- वो हम करवा देगें वो तुम्हारा
Reporter- बाकि देखो आप हम आपसे मिला हूं मैं आप मेरे से मिलो हो
Manoj- अगर urgently बात है तो देखो election से पहले मैं बताऊं तो मैं नहीं आ सकता बाकि support भेज दूंगा.
Reporter- नहीं नहीं उसकी तो भाईसाहब मैं खुद समझता हूं इतना थोड़ा बहुत समझदार तो मैं भी हूं.
Manoj- उसके बाद
Reporter- इतना तो मैं भी समझता हूं
Manoj- देख लेगें.
—
दिनेश, प्रत्याशी आप, संगम विहार
Reporter – एक दो चीज जो थी आपको हर तरीके का मामला आपको platform हमारा पास मिलेगा कोई problem वाली बात नहीं है but थोड़ा सा ये ही था कि मैं आपको support कर रहा हूँ आप मेरे को थोड़ा support कीजिए क्योंकि एक दो matter अटका हुआ है बाद में देख लेंगे वो तो थोड़ा
Dinesh – भाई देखो अभी election तक तो —- election के बाद में
Reporter – हाँ election है sir मैं आपको ये तो नहीं कह रहा हूँ कि हां —
Dinesh – अभी मैनें आपको कह दिया ना आप मतलब उसकी आप tension मत लो
Reporter – मामा जी कि property है यहाँ पे उसका मामला थोड़ी सा अटका पड़ा है
Dinesh – अच्छा अच्छा
Reporter – वो कह रहे है कि भैया देख ले अपने हिसाब कोई कुछ राजनीति में interest लेता है वो इसमें interest..
Dinesh – कोई दिक्कत नहीं है आप एक आध दिन में meeting रख लो जैसे कैसे क्या करना है
Reporter – बिल्कुल
Dinesh – ठीक है और फिर बैठके एक बार उस जगह पे personal बैठके बातचीत कर लेते है कैसे क्या क्या है जो… ठीक है
Reporter – और
Dinesh – आ हो आओ एक दो जने
Reporter –मैं हो आता हूं और देख लेते हैं बाकि अगर मेरे तरफ से कोई भी support की जरूरत हो देखो मैं आपको दो
Dinesh – अरे भाई आपको अपनी तरफ से जो ठीक लगे वो कहो हम तो ये कह रहे हैं
—
Reporter- एक छोटा सा matter अटका पड़ा है property का उसमें थोड़ा सा देखना है उसको और पैसे वैसे गए हुए है आधे cash में आधे उसमें तो वो ना कब्जा दे रहा है
Dinesh – किसका plot है कौन –
Reporter- यहां पे Gyanendra करके है जी
Dinesh- कर लूंगा बात कौन 3 number गली में ही है 3 number
Reporter- 3 number गली में ही है हां
Dinesh- बात कर लेता हूं
Reporter- एक बार बात कर लो आप
Dinesh- लेकिन देखो अभी matter अभी समझ लूंगा
Reporter- अगर आप Sir देखो आपका पता है सुना है
Dinesh- देखो मेरी बात सुनो
Reporter- मेरी बात सुन लो आप आपके साथ youth है हम आपके साथ है हर तरीके की आपको support रहेगी आप एक बार चलोगे आप हमारा काम हो जाएगा बस बाकि आपको जिस तरह की हमसे support चाहिए
Dinesh- मैं आपको क्या कह रहा हूं भाई देखो अभी क्या होता है किसी भी चीज है ना election में जितनी चीजें ignore मार के रखता है ना आदमी अभी कुछ नहीं कर सकता मैं सही बता रहा हूं बात आपको लेकिन जो condition है ना जी इस time बड़े बोल नहीं बोलने चाहिए आम आदमी पार्टी यहां पर clear cutजीत रही है.
Reporter- मैं वो ही तो कह रहा हूं भाई साहब आपका मैं क्यों आपके पास आया हूं एक बात बताओ सुनो सुनो एक चीज बताओ
Dinesh- आपको लोगों को लग रहा है
Reporter- एक बात बताओ मैं
Dinesh- मैं इस रोड पर खड़ा हूं मेरी बात सुनो
Reporter- एक – डेढ़ किलोमीटर मैं चल के आया हूं
Dinesh- हां तो मैं क्या ह रहा हूं
Reporter- कुछ तो हुआ होगा Sir
Dinesh- तो मैं यहां पे ऐसे खडा हूं– यार मुझे भी पता है मैं क्या हूं और मेरे को आज डेढ़ महीने बाद एक – डेढ़ महीने बात क्या होने वाला है.
Reporter- बिल्कूल
Dinesh- लेकिन ये क्या है कि—
Reporter- भाई आप गली – गली घुम रहे हो तो कुछ तो मैं भी एक बात बताऊं मेरे एक छोटा सा example मैं अपना ही लेता हूं आप एक बात बताओ मेरे को घर से साफ मना है कि भाईpolitics वगैरह में तू ज्यादा interest मत लिया कर ठीक है उसके बाद मैं एक डेढ़ किलोमीटर आपके पास चलके आया हूं
Dinesh- Address बताओ मैं पता कर लेता हूं क्या address क्या है
Reporter- Plot के — पे उस plot पे कोई number तो है नहीं अभी मैं मामा जी से paper सारी चीज ले लूंगा तब आपके पास में एक बार जब आऊंगा बात कर लेगें एक बार
Dinesh- चलो बैठ के personally बात कर लेगें
Reporter- और अगर कुछ हो सकता है तो इतना कर दो Sir कि जाके एक बार चलते हैं जाके चढ़ाई करते हैं आप आपका नाम चल रहा है यहां पे इस इलाके में actually हम यहां पर रह नहीं रहे हैं हमारी property है यहां पे
Dinesh- कोई दिक्कत नहीं है भाई देखो कहीं
Reporter- अगर आप एक बार आप चले जाओगे ना
Denish- आपसे मैंने कह दिया ना कि कोई दिक्कत नहीं है अब आप मेरे पास आए हो तो फर्ज मेरा फर्ज है कि आपकी मदद करूं
Reporter- बिलकुल
Dinesh- लेकिन जब तक election होता है ना देखो बहुत सी चीजें है ना
Reporter- अरे Sir
Dinesh- हाथ बंधे होते हैं आदमी के बहुत—
Reporter- हां Sir समझ रहा हूं कि भईया हमें बदमाशी नहीं करनी
Dinesh- नहीं बदमाशी नहीं करनी मैं वैसे बता रहा हूं एक एक दिन ना हमें मालूम है हम कैसे काट रहे हैं
Reporter- बिलकुल
Dinesh- एक एक मिनट कैसे काट रहे हैं अब तो बस ये हो रहा है election election…
Reporter- Election हो जाए कैसे भी..
Dinesh- कैसे election..
Reporter- बस बस मैं वो बात खुद आपको बोल रहा हूं. Election होने के बाद बिलकुल अलग हिसाब होता है election से पहले बिलकुल अलग हिसाब होता है कुछ चीजें देखनी पड़ेती है इस timeआप मुझसे कहोगे तो भाई साहब
Dinesh- मैं कुछ भी नहीं कर पाउंगा
Reporter- मैं इस time को तो मैं खुद भी कह रहा हूं आपसे इस time मत करो अगली बार
Dinesh- बस ठीक है बस ये देख लूंगा देख लूंगा मैं
Reporter- 10 15 दिन बाद election के बाद जैसे खत्म हो जाएगा एक बार चढ़ाई कर देगें जाके—
Dinesh- कोई दिक्कत नहीं है सब सब देख लेगें मेरे को बता देना जो भी है एक बार कर लेगें
Reporter- बाकि बाकि आपको कुछ करना हो चुनाव मैं कैसे चलके support करनी हो भाई साहब हर तरीके भाई सहब तैयार है
Dinesh- ठीक है ठीक है
Reporter- जैसा आप चाहोगे वैस कर देगें
Dinesh- ठीक है कोई दिक्कत नहीं है
Reporter- पैसे से गाड़ी घोड़े से हर किसी से हर तरीके से
Dinesh- ठीक है.
—
इरफान खान, प्रत्याशी आप, ओखला
Irfaan – मैं बात करता हूँ मैं
Reporter – आप बात कर लो
Irfaan – ——उनसे exact location पता करूंगा
Reporter – आप बात कर लो बाकी आपको जैसा आप कहोगे
Irfaan – चाचा से चाचा से बात कीजिएगा किस जगह पे रहते है शाहिन बाग में?
Reporter – आप जैसा कहोगे sir मैं आपका भी और जो भी होगा जैसा भी मतलब हर तरह की support है sir हर तरीके की
Irfaan – नहीं नहीं हमें तो आपकी support moral support चाहिए कहिए सब लोगों से बाकी आपका काम हम कर देंगे आप फिक्र मत कीजिए अगर हमारे उसका होगा बिल्कुल बस का बिल्कुल करेंगे
Reporter – बाकी आप चुनाव लड़ रहे है sir हम हर तरीके से आपके साथ में है moral भी हर तरीके से जैसा आप चाहो cash घोड़ा, गाडी आदमी जो चाहिए वो आपको मिल जाएगा
Irfaan – बस आपको ——-
Reporter – Noida में अपनी अच्छी पकड़ है बस ये है जो Noida और Delhi के area में बहुत ज्यादा अन्तर आ जाता है ये नहीं 5 k.m. का
Vasim – तो आपके लिए सोचना पड़ेगा Sir इस चीज के लिए
Irfaan – हमारी पार्टी simple election लड़ती है कोई ज्यादा वो नहीं हमारे यहाँ शोर शराबा नहीं— काम कर रहे हैम लोग के बीच में जा रहे हैं वही है आप लोग भी वही मदद कीजिएगा लोगो से कहियेगा
—
इरफान के साथी इमरान…
Imran- — आपकी company के लिए कुछ और रास्ता निकलेगा और
Reporter- Sir आप चाहोगे तो जरूर निकलेगा
Imran- नहीं निकलेगा मेरी—- मालूम करते हैं पहले कौन है और अगर वही बंदा है तो फिर निकालते हैं रास्ता नहीं तो टेढ़ी अंगुली से निकेलेगा आज नहीं तो 1 महीने बाद निकलेगा..
—
Reporter- बिलकुल
Reporter – sir दिक्कत तो वही है अगर वो कह देगा तो क्या हम वैसे ही निकलवा लेंगे
Irfaan – वैसे ही निकलवा लेंगे
Reporter – Cash का मामला है किसी को भी बोल नहीं सकते claim नहीं कर सकते है बताओ
Irfaan – cash का है वो
Reporter – cash का मामला है sir— आप कह दोगे ना sir आप 4-5 आदमी ले के आपको अच्छे से …
Irfaan – —-
Reporter – आपका नाम चल रहा है आम आदमी का—-
Irfaan – करते है लोग करते है
Vasim – आप बेफिक्र रहिए वो ही आएगा
Irfaan – —– letter आएगा जी
Reporter – sir आपसे बहुत उम्मीद ले के आया हूँ मैं
Irfaan – नहीं नहीं बिल्कुल होगा
Vasim – अब नहीं तो एक महीने बाद होगा
Vasim – अभी मालूम है क्या है विनीत विनय जो अभी क्या है चुनाव चल रहा है इसमें ज्यादा वो नहीं कर सकते—— वो क्या है समझ रहे है ना अभी —- पता लगा है election के बाद काम हो जाएगा आपका
Irfaan – नहीं अभी हम ये पता लगा लेते है कि अगर वो इकबाल है तो उसका –एक तो ये हो जाएगा ताकि deny ना करे कल को कह दे हाँ साहब मेरे पास है और मैं दूंगा —– फिर चाहे वो 10-15 दिन का time ले ले 1 महीने का time ले ले 2 महीने का time ले ले कोई बात नहीं
Reporter – लेकिन अगर उसने नहीं किया तो
Irfaan – फिर — रास्ता है रास्ता खुला हुआ है —-
Reporter – दूसरा तो फिर वो ही है चलो चार… मैं वो बता रहा हूँ आप
Irfaan – ——
Reporter – अभी बहुत आराम से हो जाएगा Sir 15-20 आदमी मैं लेकर आ जाऊंगा Irfaan – हां
Reporter – 2, 4, 5 गाडियां आ जायेंगी इधर से 2, 4 कार आपके पास है ही
Irfaan – हां
Reporter – आप एक बार चलके कह दो, चढाई कर —
Irfaan – —–
Reporter – लड़ना है तो भैया आओ जो करना है अभी करना है
Irfaan – हाँ हाँ
Reporter – आप बताओ आप बोलो मैं कल के कल manage करता हूँ
—
मुकेश कुमार हुडा, आप प्रत्याशी, रोहतास नगर
Reporter- अगर चुनाव के उस समय अगर लड़के चाहिए तो बता देना मैं Noida से ले आऊंगा 10-15 लड़के
Mukesh Hooda- वो उस समय बता देगें 5 -7 दिन पहले
Reporter- हां 5-7 दिन पहले नहीं 2-4, 1-2 दिन में पहले booth capturing के लिए maintain करने के लिए हर चीज के लिए उसके help के लिए
Mukesh Hooda- ठीक है
Reporter- जितने चाहिए बता देना हर तरीके के हम देगें अपने…
Mukesh Hooda- ठीक
Reporter- Bouncer चाहिए वो भी मिल जाएगे
Mukesh Hooda- noding
Reporter- अपना काम वही है एक चीज और था एक छोटा सा matter और था अपना यहां पे एक property का वो अटका पड़ा हुआ है
Mukesh Hooda- क्या
Reporter- एक बंदे का property खरीदी थी मामा जी ने अभी अभी साथ वला बंदा था ठीक है उसको 15 लाख रूपए दिए हैं पैसे अब वो ना तो property दे रहा है ना तो पैसे देरहा है अगर आपका नाम चल रहा है
Mukesh Hooda- कहां पे
Reporter- यहीं पे हैं Sir लोनी रोड़ पर ही है.
Reporter- Exact मैं तुम्हें paper दे दूंगा paper पड़े हुए हैं उसके मेरे पास इसके ठीक है ना अगर तुम जाकर खड़े हो जाओ तो या तो वो पैसे देगा
Mukesh Hooda- कोई लिखित पढ़ी नहीं हो रखा है
Reporter- लिखित पढ़ी तो नहीं हुआ है Sir लिखित में होता तो आपके पास क्यों आता बताओ
Mukesh Hooda- कौन है—
Reporter- ऐं
Mukesh Hooda- कौन है
Reporter- Gyenendra करके है जी
Mukesh Hooda- नहीं जगह Delhi में है या U.P. में
Reporter- हां Delhi में लगेगे Sir आप
Mukesh Hooda- Petrol Pump से तो — Petrol Pump से इधर ही है Delhi में जो कुछ है
Reporter- हां Petrol Pump से
Mukesh Hooda- — border पर हो गया
Reporter- Petrol Pump से —- तरफ भी है
Mukesh Hooda- Main road पर है
Reporter- हां नहीं main road से थोड़ा सा अंदर को
Mukesh Hooda- अभी 4 तारीख से पहले नहीं कर पाऊंगा
Reporter- 4 तारीख के बाद में कर लेना Sir
Mukesh Hooda- हां वो कर लूंगा
Reporter- एक बार आप जाके खड़े हो जाओगे ना Sir हमारा काम हो जाएगा पैसे निकल जाएगें
Mukesh Hooda- हां हां ठीक
Reporter- अब दिक्कत ये है cash में दिए हुए हैं सारे पैसे उसमें दिए हुए होते तो हम खुद ही कर लेते
Mukesh Hooda- क्या कहता है इसका, क्या कहता है जिसको पैस दे रखे हैं
Reporter- Response ही नहीं दे रहा है Sir ना आता है ना phone pick करता है जाते हैं तो है ही नहीं यहां पर
Reporter- आप दो चार पांच आदमी लेके चलोगे हमारा काम हो जाएगा. पैसा निकल जाएगें या property देगा जैसा भी करेगा वो ठीक है ना बाकि आप जैसे कहोगे वो आप support करने का मैंने आपको बोल ही दिया — ये जुबान है आप जब बोलोगे आधी रात को तैयार हैं आपके लिए
Mukesh Hooda- मैंने —- इससे पहले तो time ही नहीं है भाई जी
Reporter- भाई साहब चुनाव के बाद तो कर सकते हो
Mukesh Hooda- ऐं
Reporter- चुनाव के बाद तो कर ही दोगे Sir
Mukesh Hooda- तो चुनाव के बाद तो कह रहा हूं मैं. मैं तो कह ही…
Reporter- बस एक दिन आप दो चार पांच आदमी ले के चलोगे हो जाएगा
Mukesh Hooda- चुनाव के बाद तो मैं कह रहा हूं
Reporter- बाकि इसका देख लो Sir इसका जो मैं आपको बता रहा था कि भई पुलिस वाले बहुत परेशान करते हैं मैं आपको मामा जी से कह के..
Mukesh Hooda- बोल तो दिया चुनाव के बाद जैसे कहोगे वैसे कर लेगें
Reporter- मामा जी से कह के मैं तुम्हारा क्या है महीने का बांध दूंगा तो पुलिस वाले को manage आप करते रहना ठीक है इतना तो कर ही दोगे Sir हमारे लिए बाकि तो…
Mukesh Hooda- हां करवा दूंगा deal करवा दूंगा
Reporter- इनको manage करवा देना वहां से पैसे निकलवा देना
Mukesh Hooda- बिलकुल करवा..
Reporter- फिर अगर पुलिस में जा नहीं सकते अगर पुलिस में जाते ना तो हमें आपके पास जाने की जरूरत नहीं पड़ती हमलोगों की
Mukesh Hooda- ठीक है
Reporter- ये बात तो आप भी जानते हो
Mukesh Hooda- ठीक है
Reporter- एक बार जाके चढ़ाई कर देगें ना दो मिनट में निकल जाएगें पैसा आपको नाम चल रहा है ये
Mukesh Hooda- हां
Reporter- अगर आप अब time निकाल सकते हो तो सही है वरना
Mukesh Hooda- अभी नहीं—
Reporter- चुनाव के बाद तो..
Reporter- बाकि अगर चुनाव के लिए भी मैं मामा से मैंने बात करी मामा कह रहे हैं कि एक आध लाख रूपए से पीछे ना है
Mukesh Hooda- नहीं नहीं – कोई बात नहीं
Reporter- अगर आप बोलोगे ना तो 1 आध लाख भी कर देगे
Mukesh Hooda- कोई बात नहीं
Reporter- पर हमारा जो –– रहा है ना वो बताया ता ना cash का ही ज्यादा रहता है बस थोड़ा सा
Mukesh Hooda- हम बता देगें कोई जरूरत हुई तो बता देगें आपको
—
भावना गौड़, आप प्रत्याशी, पालम
रिपोर्टर – कैश का मामला है …मामा जी ने कैश दिया हुआ है किसी को …
भावना- भैया अभी डिस्टर्ब ना करो….दो चार दिन रुक जाओ सब हो जाएगा…. मैं करूंगी…करूंगी….
—
प्रकाश, आप प्रत्याशी, देवली
प्रकाश- मैं आपको कमिटमेंट नहीं कर सकता …कि मैं आपको हेल्प कर दूंगा या टेंडर दिलवा दूंगा.. हो सकता है कि आप ईमानदार हो.. आपका टेंडर बहुत अच्छा है…आपकी स्थिति अच्छी है तो मैं आपको ही दिलवाउंगा…उसके लिए आपको मुझे एप्रोच करने की भी जरूरत नहीं है… जब आप बेस्ट कंपीटिटर हो किसी से मुझे आपको हीदेना पड़ेगा…
प्रकाश- बढिया ये रहेगा कि आप अरविंद जी से बात करो अरविंद जी आपको बताएंगे कि हम क्या चाह रहे हैं…उन्होने तो सत्तर कैंडिडेट खड़े कर दिए…सब डमी हैं…हम कोई डिसीजन नहीं ले पाएंगे..
साभार: मीडिया सरकार