यशवंत जी प्रणाम, हां ये सच है कि मैंने जैन टीवी में अपनी नई पारी का आगाज किया है. यहां मुझे कुमाऊं की पूरी कमान दी गई है और पूरे अधिकार दिए गए हैं, लेकिन जैसा कि भड़ास पर भेजे गए किसी पत्रकार के पत्र में बताया गया है उसमें कई तथ्य सही नहीं हैं. हां ये भी सच है कि पिछले कई सालों में बहुत से रिपोर्टर ने टीवी100 छोड़ दिया.
लेकिन जहां तक मेरी बात है मैंने किसी तरह के मनमाने रवैये के कारण चैनल नहीं छोड़ा है. खुशी-खुशी जैन टीवी में अपने गुरु जे थामस सर और दिलीप सर के साथ काम करने का मन था, जो पूरा करने के लिए मैंने टीवी100 से इस्तीफा दिया है.
मैं टीवी100 में किसी रिपोर्टर या ब्यूरोचीफ की तरह काम नहीं किया बल्कि टीवी100 में एसके गुप्ता जी और श्री कुलीन गुप्ता जी ने मुझे अपने बच्चे जैसा माहौल दिया और अभी भी जैन में जाने पर खुशी खुशी विदा किया. भड़ास पर इस सच को स्वीकारने में मुझे जरा भी संकोच नहीं है कि उत्तराखंड में मैं आज जो कुछ भी हूं तो सिर्फ टीवी100 और एसके गुप्ता जी और कुलीन गुप्ता जी के कारण.
हां, पिछले सात साल उत्तराखंड में टीवी100 के साथ काम करते हुए कब बीते पता ही नहीं चला. अब यशवंत जी आपका आशीर्वाद रहा तो जैन टीवी में भी अच्छा काम करूंगा ऐसी मेरी कोशिश होगी. हां, पर आपके माध्यम से मैं कहना चाहता हूं कि टीवी100 में मैं उन सभी का आभारी हूं जिन जिन के साथ काम करते हुए मैं सीखा है. और अपनी नई पारी जैन टीवी में शुरू की है. जैन टीवी में मुझे मेरे गुरु जे थामस सर लाए हैं. और जे थामस सर ने ही मुझे अक्टूबर 2006 में टीवी100 ज्वाइन कराया था. कोशिश करूंगा कि मैं थामस सर के भरोसे पर खरा उतर सकूं.
आपका छोटा भाई
गौरव गुप्ता
जैन टीवी
कुमाऊं
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