मराठवाड़ा स्थित माजलगांव में एक और पत्रकार पर हमला हुआ. बीड शहर से प्रकाशित होनेवाले हिंदू जागृती के मांजलगाव के रिपोर्टर ने अपने अखबार में गोविंदपुर के सरपंच के पति मोहन गायकवाड़ पर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करके घर बांधने की खबर छापी थी. इस खबर के साथ घटनास्थल के तस्वीरें और डाक्यूमेंट भी प्रकाशित किया गया था. इस तरह अपना पोल खुलने से नाराज होकर गायकवाड़ ने रिपोर्टर बालासाहब अड़ागले पर जानलेवा हमला किया.
हमले मे अड़गले के सिर पर भारी चोट आयी है. उन्हें मांजलगाव के सरकारी हस्पताल मे भर्ती किया गया है. अड़ागले ने मांजलगाव पुलिस को अपनी शिकायत दे दी है. दो दिन पहले ही मांजलगाव के और एक पत्रकार सुभाष नाकलगावकर पर भी हमला किया गया था. 2013 के पहले पांच महीने में पत्रकारों के उपर हुआ यह 35वां हमला है. महाराष्ट्र पत्रकार हमला विरोधी संघर्ष समिति के अध्यक्ष एस.एम.देशमुख ने इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है. पत्रकार संरक्षण कानून बनाने की मांग की सरकार लगातार अनदेखी कर रही है इससे हमलेवारों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं. इसके कारण पत्रकारों पर हमला करने वालों के हौसले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. देशमुख ने कहा है कि पत्रकारों पर होने वाले हमलों की जिम्मेदार सरकार है.