महाराजगंज। नेपाल के विशुनपुरा पुलिस चौकी के इलाके में नेपाली पुलिस व भारतीय तस्करों के बीच हुए विवाद में 10 मोटर सायकिल समेत आधा दर्जन भारतीय व नेपाली तस्करों को हिरासत में लिया गया है। नेपाल पुलिस ने पकड़े गए माल व तस्करों को नवल परासी स्थित पुलिस मुख्यालय में बंद किया है। इस तरह की नेपाली पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से सरहद के पार दोनों मुल्कों में तस्करों के बीच हड़कम्प मच गया है। वैसे तो इन क्षेत्रों में तस्करी व धर पकड़ रोजमर्रा का काम है, लेकिन नेपाली पुलिस पर पथराव तथा तस्करी के माल को छुड़ाने का अवैध ढंग पहली बार देखा गया।
मामला गुरुवार का है। नेपाली पुलिस ने अवैध ढंग से ले जय जा रही चीनी के बाबत जब भंसार पेपर माँगा तो विवाद खड़ा हो गया। मनबढ़ तस्करों ने पहले तो हाथापाई से काम लेना चाहा, लेकिन जब नेपाली पुलिस तस्करों पर भारी पड़ने लगी तो तस्करों ने पुलिस पर पत्थरों से प्रहार करना शुरू कर दिया। इस मामले में दो तस्करों को पुलिस ने मौके से धर दबोचा लेकिन मोटर सायकिल सवार तस्कर सरगना भारतीय सीमा में भागने में सफल हो गया। घटना नेपाल के नवल परासी जनपद के बैरवा नाहर के पास का है। प्रत्यक्षदर्शियो के मुताबिक 31 जनवरी को दोपहर 3 बजे दो सायकिल पर तस्कर चीनी लादकर तस्कर नवल परासी की ओर जा रहे थे। इनके साथ सामान का मालिक भी मोटर सायकिल से पीछे पीछे लाइन देखते हुए चल रहा था। इस बात की सूचना नेपाली पुलिस को हो गई। मौके पर पहुंच पुलिस ने तस्करों से भंसार पेपर माँगा, जो तस्करों के पास मौजूद नहीं था। फिर नेपाली पुलिस ने चीनी को मय सायकिल व आदमी पुलिस चौकी चलने को कहा। पहले तो तस्करों ने अपने हिसाब से मामले को निपटाना चाहा, लेकिन पुलिस की ताकत ने उनके मनसूबे पर पानी फेर दिया।
नेपाली कानून के डर से आदमी व तस्कर सरगना भागना चाहे तो मामला हाथापाई तक जा पहुंचा। जब वे लोग भागने में असफल रहे तो उन्होंने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया। मौके पर मौजूद लोगों की माने तो पुलिस की संख्या बल महज दो की रही, लेकिन देखते ही देखते बैरवा नाहर से लेकर चमनटोला गांव तक पुलिस ही पुलिस दिखने लगी। जब इसके बाद नेपाली पुलिस ने अपना हनक दिखाया तो 4 नेपाली नंबर प्लेट व 6 भारतीय नंबर प्लेट की गाड़ियों समेत आधा दर्जन तस्कर कार्यवाही की जद में आ गए। साथ ही लाखों का माल बिना भंसार के पकड़ा गया। जब कि विवाद के दरमियान दो तस्कर चीनी व सायकिल समेत पुलिस के हत्थे लग चुके थे, लेकिन इनका सरगना भारतीय नंबर की मोटर सायकिल लेकर भारतीय सीमा में भागने में सफल हो गया था, जो नेपाली पुलिस के हत्थे नहीं लग सका। पुलिस उसकी तलाश में लगी हुई है।
महाराजगंज से भड़ास प्रभारी के सहयोगी अरुण कुमार वर्मा की रिपोर्ट.