नई दिल्ली। दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो में बड़े पैमाने पर नियुक्ति होने जा रही है। दूरदर्शन और आल इंडिया रेडियो की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने के लिए 1150 कर्मचारियों की नियुक्ति होने जा रही है। नियुक्ति की प्रक्रिया प्रसार भारती के माध्यम से पूरी होगी जिसके अधीन दूरदर्शन और आल इंडिया रेडियो हैं। प्रसार भारती का पिछले 15 साल में यह सबसे बड़ा कदम होगा। सरकार ने दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो की प्रोग्रामिंग व तकनीकी शाखा में 1150 पद भरने की अनुमति दे दी है।
प्रसार भारती के मुताबिक ये पद 3,452 अति आवश्यक पदों का हिस्सा हैं, जिन्हें मौजूदा वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की अध्यक्षता वाले मंत्रिसमूह ने 2011 में अनुमोदित किया था। इनमें ज्यादातर पद 'बी' और 'सी' समूह के हैं, जिनकी नियुक्ति कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) करेगा। अन्य पदों पर प्रसार भारती नियुक्ति बोर्ड भर्तियां करेगा। प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर ने बताया कि वित्तीय पुनर्गठन पर कैबिनेट की मंजूरी के बाद 12,071 करोड़ रुपये की छूट दी गई है।
नए 1150 पदों के तहत सहायक स्टेशन निदेशक, सहायक अभियंता, कार्यक्रम कार्यकारी, प्रसारण कार्यकारी, तकनीशियन, कैमरामेन, प्रोडक्शन असिस्टेंट और प्रशासनिक कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी। प्रसार भारती के सदस्य (कार्मिक) रिटायर ब्रिगेडियर वीएएम हुसैन ने बताया कि कई स्टेशन बिना इंजीनियर और प्रोग्रामिंग स्टाफ के काम कर रहे हैं, इस लिहाज से यह बड़ा और शानदार कदम है।
प्रसार भारती के एक अधिकारी का कहना है कि देश भर में करीब 14222 पद रिक्त हैं। मंत्रियों के समूह ने यह सिफारिश की है कि शुरुआत में बेहद महत्त्वपूर्ण 3,452 पदों को भरा जा सकता है। प्रसार भारती को उम्मीद है कि ये नियुक्तियां महज तीन महीने में पूरी हो जाएंगी। नियुक्ति की प्रक्रिया की जिम्मेदारी प्रसार भारती नियुक्ति बोर्ड और संघ लोक सेवा आयोग पर होगी। प्रसार भारती की दो शाखाओं दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो (एआईआर) में 48,022 अनुमोदित पद हैं। फिलहाल 33,800 लोग कार्यरत हैं। एआईआर में 8,469 पद और दूरदर्शन में 5,753 पद खाली हैं। सरकार ने प्रसार भारती के 1,350 करोड़ रुपये का कर्ज भी माफ कर दिया है।