दैनिक जागरण, नोएडा से खबर है कि मंगलवार को चार और लोगों को छंटनी का शिकार बनाया गया. इनमें एक डेस्क पर कार्यरत थे जबकि तीन रिपोर्टिंग से जुड़े हुए हैं. इन सभी से एचआर ने इस्तीफा मांग लिया. इन पत्रकारों को बताया गया कि सीजीएम का निर्देश है कि आप लोगों से इस्तीफा मांगा जाए. डेस्क पर कार्यरत पत्रकार ने अपना इस्तीफा सौंप दिया, जबकि संभावना है कि रिपोर्टिंग से जुड़े लोग भी जल्द ही अपना इस्तीफा दे सकते हैं. नोएडा में छंटनी को लेकर तनाव है. इसके पहले भी नौ से दस लोगों को छंटनी का शिकार बनाया जा चुका है.
दिल्ली-एनसीआर में कार्यरत पत्रकारों का आरोप है कि अब तक जितने भी लोगों का छंटनी का शिकार बनाया गया है उनमें से ज्यादातर गैर ब्राह्मण हैं. लिस्ट में नाम होने के बाद भी ब्राह्मणों को बचाया जा रहा है. रिटायरमेंट के बाद एक्टेंशन पर चल रहे सीजीएम निशिकांत ठाकुर तथा समाचार संपादक किशोर झा अपने फेल हुए लोगों को बचाने के लिए गैर ब्राह्मणों को निशाना बना रहे हैं. जागरण के गैर ब्राह्मण कर्मचारियों का आरोप है कि रिटायर होने के बाद भी अपनी नौकरी बचाने में सफल रहे निशिकांत ठाकुर के लगभग छह दर्जन रिश्तेदार तथा रिश्तेदारों के रिश्तेदातर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल तथा जम्मू कश्मीर में काम कर रहे हैं. इन सभी को बचाने के लिए दूसरे लोगों को शिकार बनाया जा रहा है.
कर्मचारी आरोप लगाते हैं कि प्रबंधन अपना आंख-कान बंद किए हुए हैं. निशिकांत ठाकुर तथा किशोर झा अपने अपने लोगों को बचाने में पूरी तरह जुटे हुए हैं. हर यूनिट में तो लगभग विष्णु त्रिपाठी द्वारा बनाई गई लिस्ट के अनुसार छंटनी को अंजाम दिया जा रहा है, परन्तु दिल्ली-एनसीआर में जनरल डेस्क पर निशिकांत ठाकुर और किशोर झा की लिस्ट चल रही है. दिल्ली से छंटनी की लिस्ट निशिकांत ठाकुर के साले कविलाश मिश्र ने तैयार करके दी है. इसमें भी अपने लोगों को बचा लिया गया है. वरिष्ठ साथियों को निशाना बनाया गया है. संभावना जताई जा रही है कि कुछ और लोग छंटनी के शिकार बनाए जाएंगे. परीक्षा में फेल होने वाले वाईएन झा को भी इन लोगों ने बचा लिया है.
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