आईआरएस (इंडियन रीडरशिप सर्वे) के ताजा पाठक सर्वे के मुताबिक 2011 की तीसरी तिमाही में प्रप्रभात खबर ने बिहार में 37.56 फीसदी नये पाठक जोड़े और प्रभात खबर के सभी संस्करणों की औसत पाठक संख्या (एवरेज इश्यू रीडरशिप) में नौ फीसदी का इजाफा हुआ। प्रभात खबर ने दूसरी तिमाही के मुकाबले तीसरी तिमाही में 1.70 लाख नये पाठक जोड़े।
प्रभात खबर झारखंड के धनराज (रांची, जमशेदपुर और धनबाद) तीन प्रमुख शहरों में कुल मिला कर औसत पाठक संख्या के लिहाज से पूरी मजबूती के साथ नंबर एक पर बना हुआ है। इन शहरों में प्रभात खबर की औसत पाठक संख्या 5.49 लाख है। दूसरे नंबर पर दैनिक हिंदुस्तान अखबार की पाठक संख्या 4.65 लाख ही है। चौथे नंबर पर दैनिक भास्कर रहा, जिसकी औसत पाठक संख्या 3.15 लाख है। तीसरे नंबर पर दैनिक जागरण रहा धनराज में जिसकी पाठक संख्या 3.46 लाख है।
बिहार में प्रभात खबर ने 2011 की तीसरी तिमाही में 37.56 फीसदी नये पाठक जोड़े जबकि हिंदुस्तान इस दौरान बिहार में अपनी पाठक संख्या में एक फीसदी का भी इजाफा नहीं कर पाया। अलबत्ता दैनिक जागरण ने जरूर पांच फीसदी की वृद्धि दज की है। सिर्फ पटना में ही प्रभात खबर ने 2011 की तीसरी तिमाही में 22.78 फीसदी (दूसरी तिमाही के मुकाबले) की ब़ढोतरी दर्ज की है। कोलकाता समेत पश्चिम बंगाल में प्रभात खबर की पाठक संख्या में जबरदस्त तेजी दर्ज की गयी है। इस दौरान प्रभात खबर की औसत पाठक संख्या में 28 फीसदी से अधिक का इजाफा हुआ है। कोलकाता को छोड़ दें, तो शेष बंगाल में प्रभात खबर ने 13.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है।
औसत पाठक संख्या के लिहाज से हिंदी के शीर्ष नौ अखबारों की बात करें, तो एक बार फिर प्रभात खबर देश का सबसे तेज ब़ढनेवाला अखबार बना। प्रभात खबर ने औसत पाठक संख्या में नौ फीसदी की वृद्धि दर्ज की है। कुल पाठक संख्या के लिहाज से वृद्धि दर तकरीबन 11 फीसदी रही है। शीर्ष नौ अखबारों में पांच अखबारों की औसत पाठक संख्या घटी है। सिर्फ चार अखबारों ने वृद्धि दर्ज की है। दैनिक जागरण व हिंदुस्तान की औसत पाठक संख्या में कुल मिलाकर आधा फीसदी से भी कम वृद्धि दर्ज की गयी है। दैनिक भास्कर ने जरूर 4.95 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है। साभार : प्रभात खबर