: अरुण जेटली के कई राज मेरे पास हैं : पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में खट्टा-मीठा अनुभव करने वाली भाजपा के मुंह को एनआरआई अंशुमान मिश्रा ने तीखा कर दिया है। उन्होंने कई मोर्चे पर घिरी भाजपा की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। अंशुमान मिश्र ने कहा है कि 2जी घोटालों के आरोपी शाहिद बलवा और विनोद गोयनका का भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री मुरली मनोहर जोशी से गहरा रिश्ता है। अंशुमान ने कहा है कि पीएसी के अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी ने उनकी उपस्थिति में 2 जी घोटाले के अभियुक्तों से अपने घर पर मुलाकात की जिनमें स्वान टेलीकॉम के प्रमोटर शाहिद बलवा भी शामिल हैं।
अंशुमान ने कहा कि भाजपा के दूसरे नेता और राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली उनको खतरा मानते हैं, उनसे डरते हैं क्योंकि उनके कई राज मेरे पास हैं। इस लिए ही इन लोगों ने मेरी राज्यसभा की उम्मीदवारी का विरोध किया। ऐन वक्त पर राज्य सभा की उम्मीदवारी वापस लेने वाले एनआरआई व्यवसायी अंशुमान ने कहा कि अरुण जेटी उनके मित्र रहे हैं और पिछले साल तक दोनों अक्सर मिला करते थे, लेकिन अब उनमें बदलाव आ गया है।
दूसरी ओर, डा. मुरली मनोहर जोशी ने अंशुमान मिश्रा के दावों को पूरी तरह से मनगढ़ंत बताते हुए अपना बचाव किया है। जोशी का मानना है कि मिश्रा राज्यसभा की उम्मीदवारी समाप्त हो जाने से बौखला गए हैं। डा. जोशी ने कहा है कि अंशुमान मिश्रा को आजतक इन बातों की याद क्यों नहीं आई। मैं कभी किसी कॉरपोरेट से पैसे नहीं मांगता। मैं जनता के पैसे से चुनाव लड़ता हूं और इस तरह के आरोपों का जवाब देना मैं अपनी इज्जत के खिलाफ समझता हूं।
गौरतलब है कि मिश्रा द्वारा झारखंड से राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किए जाने के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा और शांता कुमार ने पार्टी के संसदीय दल की बैठक में पिछले हफ्ते आरोप लगाया था कि राज्यसभा के उम्मीदवारों के चयन के लिए धनबल का इस्तेमाल किया जा रहा है। सिन्हा ने इस मुद्दे पर पार्टी छोड़ने तक की धमकी दे दी थी। पार्टी के भीतर मचे घमासान के बाद वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष गडकरी से बात करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद पार्टी ने अंशुमान के पक्ष में मतदान नहीं करने का निर्णय लिया। बाद में अंशुमान ने अपना नामांकन वापस ले लिया।