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सीएनएन-आईबीएन से 200 और आइबीएन7 से 150 की छंटनी के बाद फेसबुक पर भी चर्चा शुरू

ट्विटर के बाद अब फेसबुक पर भी लोगों ने नेटवर्क18 ग्रुप के दो चैनलों सीएनएन-आईबीएन और आईबीएन7 में बड़े पैमाने पर छंटनी की चर्चा शुरू कर दी है. ट्विटर पर इस वक्त 'नेटवर्क18' शब्द ट्रेंड कर रहा है क्योंकि ट्विटर पर काफी लोग इस मसले पर अपनी अपनी बात ट्विट कर रहे हैं. नीचे फेसबुक पर आए युवा मीडिया विश्लेषक विनीत कुमार की टिप्पणी और भड़ास4मीडिया के एडिटर यशवंत सिंह की टिप्पणी को प्रकाशित किया जा रहा है..

ट्विटर के बाद अब फेसबुक पर भी लोगों ने नेटवर्क18 ग्रुप के दो चैनलों सीएनएन-आईबीएन और आईबीएन7 में बड़े पैमाने पर छंटनी की चर्चा शुरू कर दी है. ट्विटर पर इस वक्त 'नेटवर्क18' शब्द ट्रेंड कर रहा है क्योंकि ट्विटर पर काफी लोग इस मसले पर अपनी अपनी बात ट्विट कर रहे हैं. नीचे फेसबुक पर आए युवा मीडिया विश्लेषक विनीत कुमार की टिप्पणी और भड़ास4मीडिया के एडिटर यशवंत सिंह की टिप्पणी को प्रकाशित किया जा रहा है..

Vineet Kumar : आम और मध्यवर्ग का खून चूसकर कॉर्पोरेट जिस तेजी से पैर पसारता गया और चमचमाती बड़ी गाड़ी, दैत्याकार फ्लैट्स,विदेश भ्रमण और रंग-बिरंगा पानी के लालच में मीडियाकर्मियों ने जिस तरह से न केवल इनका साथ दिया और देते आए हैं बल्कि वो खुद भी कार्पोरेट बन गए, नेटवर्क 18 में एकमुश्त 350 लोगों की छंटनी की खबर से आप समझ सकते हैं कि वो जिस कार्पोरेट की कंठी-माला लेकर उसे पालने-पोसने का काम किया, आज वही उसकी क्रेडिबिलिटी को चूसकर कैसे चौसा आम की तरह सड़क पर फेंक दे रहा है.

Prakash K Ray How many are from 20+ grp?
 
Vineet Kumar ज्यादातर यही हैं प्रकाश, वैसे जल्द ही स्थिति साफ होगी.
 
दिनेशराय द्विवेदी यह तो होना ही था। कारपोरेट्स कंपनियाँ बनाते हैं और मुनाफा कमा कर अलग हो जाते हैं। कंपनियों को मरने तक के लिए छोड़ देते हैं। अब जिलाए तो सरकार जनता के धन से जिलाए। चील के पंजों पर लटक कर उड़ने वाले को कभी न कभी तो गिरना ही होता है।
 
Swatendra Jain vineet bhai cnbc awaz aur cnbc tv18 se hua ya group ke baki channels se bhi
 
Vineet Kumar अभी जो खबर है वो सीएनएन-आइबीएन से 200, आइबीएन7 से डेढ़ सौ.


Vineet Kumar : आज शाम IBN7 ने आर्थिक मंदी पर जमकर स्टोरी चलायी और विस्तार से बताया कि इसका आनेवाले समय में किस-किस उद्योग और किन क्षेत्र के लोगों पर सीधा असर होगा ? आम दर्शक जो इसकी मदर कंपीन नेटवर्क 18 की अंदुरुनी हालत से वाकिफ नहीं हैं, उन्हें ये स्टोरी सिर्फ अपने और उद्योग के बीच की लग रही होगी लेकिन पिछले कुछ दिनों से नेटवर्क 18 के भीतर जो कुछ भी चल रहा है, उसे ध्यान में रखते हुए जब मैं इस स्टोरी को देख रहा था कि पंक्ति-दर-पंक्ति चैनल अपनी उस कार्रवाई को जस्टिफाय कर रहा है जिसके अनुसार कुल 350 लोगों की छंटनी की तैयारी पूरी की जा चुकी है और रात होते-होते ये खबर भी हम तक आने लग गयी है कि निकाले जाने के पत्र लोगों में थमाने का काम शुरु हो गया है..चौंकानेवाली बात है कि इसमे उनलोगों के भी हाथ में ये पत्र सौंपे जाएंगे, जिन्होंने छंटनी की लिस्ट तैयार की है. वैसे इस संबंध में द हिन्दू ने आज स्टोरी प्रकाशित की है.


Vineet Kumar : नेटवर्क 18 से करीब साढ़े तीन सौ लोगों को निकाल-बाहर करने की तैयारी पूरी हो चुका है. आप सीएनएन-आइबीएन. आइबीएन7 के लोगों से अभी बात कीजिए तो लगेगा कि टांसिल प्रॉब्लम के शिकार हो गए हैं, ठीक से आवाज नहीं निकल रही है. सूत्रों के अनुसार मिली खबर पर गौर करें तो इस्तीफा बांटने का काम शुरु हो गया है..लेकिन द हिन्दू की रिपोर्ट को छोड़ दें तो मेनस्ट्रीम मीडिया में चारों तरफ सन्नाटा पसरा है. कोई कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है. उल्टे चैनल आर्थिक मंदी की स्टोरी को इस अंदाज में पेश कर रहा है जैसे संस्कृत के सूत्र की व्याख्या कर रहा हो और हमारा काम उदाहरण खोजने का है. यही काम दूसरे सेक्टर में होता तो मीडिया आसमान सर पर उठा लेता.


Vineet Kumar : नेटवर्क 18 से साढ़े तीन सौ लोगों की छंटनी की जो तलवार चली है वो दरअसल रिलायंस इन्डस्ट्री वाया नरेन्द्र मोदी की है. इस पर पूरी स्टोरी जल्द ही विस्तार से..फिलहाल नींद और थकान के मारे बुरा हाल है. हालांकि इस खबर से बिस्तर पर जाने के बाद भी नींद नहीं आएगी. कई दुश्चिंताओं से मन भरा है. मीडिया की क्लास में हम अक्सर अपने छात्र को खूब मेहनत करने, रगड़ने,लिखने की आदत डालने और तथ्यात्मक बातें लिखने की सलाह देते हैं, अपील करते हैं लेकिन ऐसी घटनाओं के बाद भीतर से हिल जाते हैं. यहां तो योग्य होना भी एक स्तर पर ज्यादा खतरनाक है- अगर उन्होंने ये सब कर भी लिया तो ? योग्य होने के बाद इस तरह निकाल-बाहर किए जाएंगे और कल को पलटकर ये छात्र मुझसे योग्यता की अहमियत को लेकर सवाल करेंगे तो मैं उन्हें क्या जवाब दूंगा.. रात की बेचैनी, ओफ्फ.


दिनेशराय द्विवेदी : इस तकलीफ को समझता हूँ। मैं ने यहाँ 5000 लोगों की एक साथ छंटनी होते देखा है। पिछले नवम्बर में दो औद्योगिक इकाइयाँ फिर बन्द हो चुकी हैं। उन के श्रमिकों को छंटनी का मुआवाजा तो दूर उन का कमाया हुआ वेतन तक नहीं दिया गया है अभी तक। बस मीडिया वालों को समझना चाहिए कि वे कुछ भी हों पर हैं उजरती मजदूर ही।


Yashwant Singh : सीएनएन-आईबीएन और आईबीएन7 सै करीब सवा चौर सौ मीडियाकर्मियों की छंटनी हो गई और यहां फेसबुक पर चुप्पी छाई है… अरे भाइयों, इस मुद्दे पर कोई अखबार या कोई चैनल कुछ नहीं बोलने वाला.. हां, भला हो द हिंदू अखबार का जिसने इस प्रकरण पर खबर छापी है.. भड़ास तो कई दिनों से छाप रहा, कह रहा कि मुकेश अंबानी पत्रकारों का बड़े पैमाने पर 'कत्ल-ए-आम' करवाने जा रहा है और लिस्ट तैयार हो चुकी है.. इसके पहले नेटवर्क18 ग्रुप के ही हिंदी अंग्रेजी बिजनेस चैनलों से सैकड़ों लोग निकाले जा चुके हैं.. सारी संख्या मिला ली जाए तो आंकड़ा हजार के पार चला जाता है.. मतलब ये कि हजार से ज्यादा मीडियाकर्मियों को मुकेश अंबानी ने निकाल दिया और मीडिया है कि चुप्पी साधे है.. अब आप फेसबुकी साथियों का ही सहारा है.. इस मुद्दे को उठाइए…. शेयर कीजिए.. फैलाइए.. ताकि मीडिया इंडस्ट्री की हकीकत सामने आ सके कि अब देश के सबसे बड़े पूंजीपति में से एक मुकेश अंबानी जो सबसे बड़े मीडिया मालिक भी बन चुके हैं, खुलेआम सैकड़ों पत्रकारों को निकाल चुका है और किसी की हिम्मत नहीं इसके खिलाफ बोलने की.. जो लोग देश दुनिया समाज की लड़ाई लड़ने का दावा करते हैं, वे अपनी लड़ाई खुद नहीं लड़ रहे, खुद इन पीड़ित पत्रकारों के मुंह से छंटनी के बोल नहीं फूट रहे.. और इनके संपादकों राजदीप सरदेसाई और आशुतोष को क्या कहा जाए… डंके की चोट पर बात कहने का दावा करने वाले इस समय अपने घर में लगी आग पर चुप हैं.. हजार लोग निकाले जा चुके हैं और ये लोग एक शब्द नहीं बोल रहे, उफ तक नहीं कर रहे… इन लोगों पर कैसे भरोसा किया जाए कि ये लोग जनता की पत्रकारिता करेंगे… जो लोग अपने साथियों के दुख-दर्द, शोषण, अत्याचार का विरोध नहीं कर सकते वो समाज और जनता की लड़ाई क्या लड़ेंगे.. यहां कुछ लिंक दे रहा हूं.. पढ़ें और पढ़वाएं..

द हिंदू अखबार ने नेटवर्क18 में बड़े पैमाने पर छंटनी की खबर प्रकाशित की
https://www.bhadas4media.com/print/13791-the-hindu-news-network18-chhatni.html


ट्विटर पर सवाल- राजदीप सरदेसाई अपने चैनलों के छंटनी के शिकार कर्मियों के पक्ष में क्यों खड़े नहीं हो रहे?
https://www.bhadas4media.com/print/13792-2013-08-16-18-47-34.html


एमके झा, जेपी दीवान, भास्कर, महेंद्र, ब्रजमोहन आनंद, दारेन, अभिषेक समेत कई आईबीएन7 से कार्यमुक्त
https://www.bhadas4media.com/edhar-udhar/13789-2013-08-16-16-51-02.html


राजदीप और आशुतोष को छोड़ना मत दोस्तों, इन हिप्पोक्रेटों को नंगा करो, जंतर-मंतर चलो
https://www.bhadas4media.com/article-comment/13782-2013-08-16-11-41-25.html


आईबीएन7 के मुंबई ब्यूरो व इंटरटेनमेंट से कई दर्जन निकाले गए
https://www.bhadas4media.com/print/13781-ibn7-mumbai-chhatni.html


बारह वीडियो एडिटर्स, बाइस कैमरामैन, पूरा ग्राफिक, एडिटोरियल से बाइस… सैकड़ों हुए बेरोजगार
https://www.bhadas4media.com/print/13780-2013-08-16-11-22-00.html


रिलायंस के दबाव में टीवी18 के कई चैनलों से 320 लोगों की छंटनी
https://www.bhadas4media.com/print/13778-18-320.html


सीएनएन-आईबीएन और आईबीएन7 न्यूज चैनलों में कल से शुरू होगी 30 प्रतिशत छंटनी
https://www.bhadas4media.com/print/13769-7-30.html


Shashi Shekhar : चैनल किसी चिटफँडिए का हो या मुकेश धीरू भाई अँबानी का…चाल, चरित्र और चेहरा सब का एक है..

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