जालौन : चुनाव आयोग की मनाही के बावजूद भाजपा के तीनों प्रत्याशियों के सामूहिक नामांकन में जुलूस निकालने की कोशिश की गई। सैकड़ों की संख्या में भाजपाई कार्यालय से पैदल कलेक्ट्रेट की तरफ बढ़ रहे थे। इसकी जानकारी होने पर पुलिस अधीक्षक ने पहुंचकर अंबेडकर चौराहे पर जुलूस को रोक लिया। भाजपा नेताओं से उनकी तीखी झड़प हुई इसके बाद प्रत्याशियों को भीड़ लेकर आगे नहीं बढ़ने दिया गया। लेकिन पंद्रह लोगों के साथ वे पैदल ही नामांकन कराने कलेक्ट्रेट पहुंचे। बाद में प्रभारी निरीक्षक ने जिलाधिकारी राजशेखर के निर्देश पर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सहित प्रत्याशियों, जिलाध्यक्ष और नगर अध्यक्ष तथा दो सौ अज्ञात लोगों के विरुद्ध आचार संहिता और धारा 144 के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज करवा दिया।
अपना जलवा दिखाने के लिए भाजपा के पदाधिकारियों ने अनोखा तरीका अपनाया। हर प्रत्याशी को अधिकतम दस वाहन नामांकन स्थल के पहले बैरियर तक लाने की छूट दी थी लेकिन वाहनों की बजाए प्रत्याशियों ने पैदल जाने की योजना बनाई। तीनों प्रत्याशियों के समर्थक जब एक साथ कलेक्ट्रेट की तरफ बढ़े तो वह जुलूस के रूम में तब्दील हो गया। पार्टी नेता जय श्रीराम के नारे लगाते हुए आगे बढ़ रहे थे। बीच में प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने उन्हें रोकने की कोशिश नहीं की। किसी ने पुलिस अधीक्षक एन चौधरी को भाजपा के जुलूस लेकर आने की जानकारी दी तो वे खुद दौड़ पड़े। अंबेडकर चौराहे के पास उन्होंने जुलूस रोक दिया। तीनों प्रत्याशियों और भाजपा के जिलाध्यक्ष से उनकी तीखी झड़प हुई। जुलूस को आगे नहीं बढ़ने दिया गया। यहां से हर प्रत्याशी विधानसभा वार बने प्रकोष्ठों में पांच पांच समर्थकों के साथ प्रवेश कर सके। बाद में गेट नंबर दो पर गौरीशंकर वर्मा को रोक दिया गया। यहां सीओ सिटी के साथ स्वतंत्र देव सिंह की बहस हुई। शाम को प्रभारी निरीक्षक सूबेदार सिंह ने भजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष कालपी के प्रत्यशी स्वतंत्र देव सिंह जिलाध्यक्ष नरेंद्र पाल सिंह, शहर अध्यक्ष हरेंद्र विक्रम सिंह, उरई प्रत्याशी गौरीशंकर वर्मा, माधौगढ़ के प्रत्याशी संतराम सिंह सेंगर और तथा 200 अज्ञात लोगों के विरुद्ध धारा 144 का उल्लंघन, शहर में भीड़ जमाकर यातायात बाधित करने का मुकदमा दर्ज करवा दिया।
जालौन से अनुज कौशिक की रिपोर्ट.