‘संवेद फाउण्डेशन’ की ओर से दिया जाने वाला पहला ‘पीयूष किशन युवा पुरस्कार’ युवा सामाजिक कार्यकर्ता रामाशंकर कुशवाह को दिया जाएगा। यह पुरस्कार युवा खिलाड़ी, कलाकार और प्रबन्ध शास्त्र के मेधावी छात्र पीयूष किशन की स्मृति में हर वर्ष एक ऐसे सम्भावनाशील युवा प्रतिभा को देने का निर्णय लिया गया है जो जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए समाज के विविध क्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण योगदान कर रहे हैं।
17 दिसम्बर 1988 को बिहार के एक छोटे से कस्बे जमालपुर में पीयूष (माता-श्रीमती कुमकुम कुमारी, पिता-श्री किशन कालजयी) बचपन से बेहद जिन्दादिल इन्सान थे। उनकी प्रारम्भिक शिक्षा जमालपुर में और उच्च शिक्षा दिल्ली और मुम्बई में हुई। वे क्रिकेट के राज्य स्तरीय खिलाड़ी थे। खेल और शिक्षा के अलावा उनका पूरा समय दोस्तों के साथ सामाजिक कार्यों और दूसरों की खुशियों से जुड़ा रहा। वे ‘सबलोग’ पत्रिका के प्रबन्धक भी थे। 30 जनवरी 2012 को मुम्बई में एक रेल दुर्घटना में उनकाअसामयिक निधन हो गया।
इस पुरस्कार के लिए रामाशंकर कुशवाह का चयन पाँच सदस्यीय निर्णायक मण्डली द्वारा किया गया जिसमें संवेद फाउण्डेशन के न्यासी डॉ. सन्तोष कुमार शुक्ला, कवि श्यामसुन्दर, सबलोग के सहायक सम्पादक राजन अग्रवाल, संवेद के सहायक सम्पादक पुखराज जाँगिड़ और आईबीएस मुम्बई की छात्रा तृप्ति पाण्डेय शामिल हैं। निर्णायक समिति की समन्वयक तृप्ति पाण्डेय ने पुरस्कार की घोषणा करते हुए बताया कि रामाशंकर कुशवाह को यह पुरस्कार पीयूष किशन के जन्मदिन 17 दिसम्बर 2012 को जेएनयू में आयोजित एक कार्यक्रम में दिया जाएगा।
पीयूष किशन युवा पुरस्कार-2012 पाने वाले रामाशंकर कुशवाह मूलतः गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) के हैं और उनकी प्रारम्भिक शिक्षा गाँव में और उच्च शिक्षा वाराणसी व दिल्ली में हुई। महाविद्यालयी दिनों से ही वे आर्थिक रूप से पिछड़े बच्चों को खेल और शिक्षा सम्बन्धी सुविधाएँ मुहैया करवा रहे हैं, उन्हें शिक्षा से जोड़ने का अभूतपूर्व कार्य कर रहे हैं। वे बच्चों और विधवाओं के साथ काम करने वाली प्रसिद्ध संस्था ‘सम्पर्क सोसायटी’ के अध्यक्ष हैं।
तृप्ति पाण्डेय
समन्वयक
पीयूष किशन युवा पुरस्कार निर्णायक समिति
संवेद फाउण्डेशन
नयी दिल्ली