ईरान के खेल जगत में गैरवाजिब हस्तक्षेप करने वाले सांसद का कार्टून बनाना कार्टूनिस्ट महमूद शौकराई को उस समय महंगा पड़ गया जब उन्हें इसके लिए 25 कोडे मारे जाने की सजा सुनाई गई। मरकाजी में मीडिया से जुडे मामलों की एक अदालत ने शौकराई को सांसद अहमद लुत्फी अशथियानी का अपमानजनक कार्टून बनाने का दोषी पाया और उन्हें यह सजा सुनाई गई।
इस कार्टून में अशथियानी को फुटबाल खिलाडियों की वेशभूषा में सफेद निकर और लाल टी शर्ट पहने दिखाया गया है। अपने एक हाथ में फरमानी कागज पकडे अशथियानी का पैर जमीन पर पड़ी फुटबाल पर है जो उनके वजन से पिचकी जा रही है। अशथियानी समेत कई राजनेता अकसर देश के खेल जगत में बेवजह का हस्तक्षेप करने के लिए आलोचना का शिकार होते रहे हैं। शौकराई को 25 कोडे की सजा सुनाए जाने का कार्टूनिस्ट जगत ने गहरा विरोध व्यक्त किया है।
कार्टूनिस्टों ने अदालत के फेसले के विरोध स्वरूप सांसदों के नए कार्टून बनाने का आह्वान किया है। ईरान के नेटीजनों ने माइक्रो ब्लागिंग वेबसाइट टिवटर और सोशल नेटव�कग वेबसाइट फेसबुक पर इस पुेसले के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है। ईरान के कट्टरपंथी राजनेता इस तुगलकी फरमान के समर्थन में उतर आए हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा पर संसदीय समिति के सदस्य इस्माइल कुवसारी ने कहा है कि हर अपराध की कोई न कोई सजा होती है जिसमें कोड़े मारे जाना, जेल में डालना और जुर्माना लगाना शामिल है। साभार : पत्रिका