टीवी9 न्यूज चैनल पर एक बिल्डर को ब्लैकमेल करने के लिए खबरें चलाने का आरोप लगा है. चैनल का निशाना बना है शहाना कंस्ट्रक्शन ग्रुप. चैनल पर आरोप है कि जिस मामले से सीधे-सीधे बिल्डर का कोई लेना-देना नहीं था, उसमें बिल्डर को निशाना बनाया गया. बिल्डर ने इस मामले में प्रेस के सामने भी अपनी बात रखी.
मुंबई के शहाना बिल्डर के मालिक सुधाकर शेट्टी ने आरोप लगाया है कि जिस मामले से सीधा उसका कोई लेना-देना नहीं है. उसमें टीवी9 ने उन्हें तथा उनके कंस्ट्रक्शन कंपनी को निशाने पर ले लिया. सुधाकर की कंपनी बीएमसी द्वारा खाली कराई गई स्लम क्षेत्रों में भवन निर्माण कराकर झुग्गियों में रहने वालों को उपलब्ध कराती है. इसके लिए बीएमसी ने उनकी कंपनी के साथ समझौता किया है. फिलहाल इस कंपनी के कंस्ट्रक्शन का काम मुंबई के शाहिन इलाके में चल रहा है.
बताया जा रहा है कि इसी स्लम में एक झुग्गी थी, जिसे कोर्ट के आदेश पर बीएमसी की टीम ने तुड़वा दिया. बताया जा रहा है कि इस झुग्गी का मालिक बिल्डर से लम्बी रकम मांग रहा था, पर मामला बीएमसी का होने के चलते बिल्डर ने पैसे देने से इनकार कर दिया. इसके बाद वह व्यक्ति कोर्ट गया जहां उसे हार का सामना करना पड़ा. कोर्ट के आदेश के बाद बीएमसी ने उक्त झुग्गी को तुड़वा दिया. इससे बिल्डर का कोई लेना देना नहीं था क्योंकि कांट्रैक्ट की शर्तों में शामिल है कि बिल्डर को स्लम की जमीन बीएमसी खाली कराकर देगी. इसी खबर को टीवी9 ने बिल्डर की दबंगई बताकर चलाई.
काफी देर तक बिल्डर तथा उसकी कंपनी को दबंग बताते हुए उनके खिलाफ खबरें चलाई गईं. चैनल पर आरोप लगा कि चैनल गलत तथ्यों पर आधारित खबरें चला रहा है. इसके बाद बिल्डर ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर पूरी वस्तुस्थिति स्पष्ट की तथा कहा कि मैं सभी जेन्यूइन कागज प्रस्तुत करने को तैयार हूं, अगर जिस व्यक्ति की झोपड़ी बीएमसी ने तोड़ी है, उससे कागजातों की मांग की जाए.
इस संदर्भ में बिल्डर सुधाकर शेट्टी का कहना है कि उक्त झोपड़ी से मेरा सीधा कोई लेना देना नहीं था. उक्त झुग्गी-झोपड़ी को तोड़ने का काम बीएमसी के दस्ते ने किया, परन्तु चैनल ने उसमें मेरी कंपनी की दादागिरी दिखाई, जो तथ्यात्मक रूप से बिल्कुल गलत था. हम सही काम कर रहे हैं. हम सारे पेपर दिखाने को तैयार हैं. चैनल अगर खबर चलाना चाहता है तो दोनों लोगों के पेपर मांग कर देखे फिर खबर चलाए. परन्तु ऐसा नहीं किया गया. इस संदर्भ में चैनल का पक्ष लेने की भी कोशिश की गई परन्तु संपर्क नहीं हो पाया.