नई दिल्ली। पब्लिक ब्रॉडकास्टर प्रसार भारती ने देश भर में अपने लैंड पार्सल बेचने के जरिए 4,000 करोड़ रुपए जुटाने का प्रस्ताव बनाया है। इससे मिले पैसे से प्रसार भारती, दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो का टेक्निकल अपग्रेडेशन करना चाहता है।
सूत्र ने बताया, 'सबसे पहले 400 एकड़ और 200 एकड़ के दो लैंड पार्सल दिल्ली में और दो-तीन लैंड पार्सल मुंबई में बेचे जाएंगे।' उन्होंने कहा कि प्रसार भारती का बोर्ड ऐसेट सेल के जरिए पैसा जुटाने के ऑप्शन को रिव्यू कर रहा है। सरकारी ब्रॉडकास्टर के ऑफिस और टेक्निकल सेट-अप देश भर में 2,000 से ज्यादा जगहों पर हैं। प्रसार भारती को अगले 2-3 साल में इनकी बिक्री से 4,000 से 5,000 करोड़ रुपए मिलने की उम्मीद है। इससे उसे अपना ऑटोनोमस दर्जा बनाए रखने में मदद मिलेगी। एक सीनियर अफसर ने कहा, 'टेक्नॉलजी में बदलाव को देखते हुए भारी इंस्टॉलेशन की अब ज्यादा जरूरत नहीं रह गई है।'
अधिकारी ने कहा कि प्रसार भारती के देश भर में तमाम ब्रॉडकास्ट स्टेशन हैं, जिनके पास सरप्लस लैंड है। हालांकि, इस काम के लिए प्रसार भारती को इन्फर्मेशन ऐंड ब्रॉडकास्टिंग मिनिस्ट्री से अप्रूवल लेना होगा। प्रसार भारती इस जमीन की मालिक नहीं है। यह बिक्री पब्लिक डोमेन में होगी। चीफ एग्जेक्युटिव जवाहर सरकार ने कहा, 'यह स्पेकुलेटिव मामला है, लेकिन जमीन की बिक्री फंड हासिल करने का एक अच्छा जरिया हो सकता है। इससे प्रसार भारती को अपने प्लान्ड डिजिटाइजेशन को पूरा करने में मदद मिलेगी।'
सरकार ने कहा कि ब्रॉडकास्टर को डिजिटाइजेशन का काम पूरा करने के लिए 3,000 से 4,000 करोड़ रुपए की जरूरत होगी। प्रसार भारती ने टेक्निकल अपग्रेडेशन के लिए 23 ट्रांसमीटर्स के ऑर्डर दिए हैं। सरकार के मुताबिक, 'इन्हें विदेश से खरीदा गया है और ये भारत आने वाले हैं।' प्रसार भारती ने दूरदर्शन में बदलाव का काम शुरू कर दिया है। इसके लिए प्रोग्रामिंग, डिस्ट्रिब्यूशन और ओवरऑल पोजिशनिंग में क्वॉलिटी बदलाव किए गए हैं। पिछले साल कैबिनेट ने प्रसार भारती पर 1,300 करोड़ रुपए के कर्ज के बोझ को माफ करने को मंजूरी दे दी थी। (एनबीटी)